60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 8 साल के बच्चे को निकाला गया, अस्पताल लेकर पहुंची मेडिकल टीम
विदिशा,15मार्च(इ खबर टुडे)। विदिशा जिले की लटेरी तहसील के गांव खेरखेड़ी में खेत में खुले पड़े 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे आठ वर्ष के बच्चे को बचाने के लिए पूरी रात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम का रेस्क्यू आपरेशन चलता रहा। बुधवार सुबह करीब 11 बजे तक सुरंग बनाने का काम पूरा हो गया।
इसके बाद टीम के चार सदस्य सुरंग के अंदर गए और सुबह करीब पौने 12 बजे बच्चे को बाहर लेकर आए। बाहर एंबुलेंस और डाक्टरों की टीम मुस्तैद थी। बच्चे को एंबुलेंस के जरिए लटेरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना कर दिया गया। बच्चे का रेस्क्यू आपरेशन करीब 24 घंटे चला। रेस्क्यू टीम ने अभी बच्चे की सेहत को लेकर जानकारी साझा नहीं की है।
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोदाई के दौरान चट्टान आ जाने के कारण भी देरी हुई। रेस्क्यू में जुटे जवानों का कहना है कि खोदाई के दौरान बच्चा बोरवेल में नीचे खिसक गया, इसलिए उन्हें गड्ढे की गहराई बढ़ानी पड़ी। सुबह छह बजे तक करीब 46 फीट गड्ढा खोदा जा चुका था, इसके बाद पांच फीट और खोदाई की गई। इसके बाद सुबह करीब 08 बजे एनडीआरएफ की टीम ने सुरंग बनाने का काम शुरू किया।
इस सुरंग के माध्यम से टीम के सदस्य बोरवेल के गड्ढे तक पहुंचकर बच्चे को बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि यहां पहले छह बुलडोजर और तीन पोकलेन मशीन से खोदाई की जा रही थी। रात के समय दो पोकलेन अतिरिक्त बुलवाई गई। पांच पोकलेन मशीन से खोदाई कर बोरवेल में फंसे बच्चे पर नाइट वाचिंग कैमरे की मदद से नजर रखी जा रही थी लेकिन मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि बच्चे के शरीर में रुक रुककर हलचल दिखाई दे रही थी। जिसके कारण बच्चे के माता-पिता और स्वजनों की चिंता बढ़ गई थी।
बोरवेल में फंसे बालक की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाहौन काफी सक्रीय दिखे और स्थानीय प्रशसनिक अधिकारियों से पल-पल का अपडेट ले रहे थे। श्री चौहान ने अधिकारियों को बच्चे के रेस्क्यू के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए थे।