Crocodile Rescue : रिंगनोद के एक खेत में घुस आया 7 फीट लम्बा मगरमच्छ,वनविभाग ने आधी रात को किया रेस्क्यू (देखिए लाइव विडियो)
रतलाम,18 जुलाई (इ खबरटुडे)। जिले के रिंगनोद थानाक्षेत्र के मन्याखेडी गांव में बीती रात करीब सात फीट का एक मगरमच्छ गांव के एक खेत में घुस आया। वनविभाग के बचाव दल ने रात करीब एक बजे मौके पर पंहुच कर मगरमच्छ को वहां से पकडा और सुरक्षित क्षेत्र में पंहुचा दिया।
विस्तृत जानकारी के मुताबिक रिंगनोद के समीप गांव मन्याखेडी के ग्रामीणों ने रात के समय गांव के एक खेत में करीब सात फीट लम्बा मगरमच्छ देखा। यह मगरमच्छ खेत में रखी लकडियों पर बैठा हुआ था। उक्त मगरमच्छ संभवत: गांव से निकलने वाले बरसाती नाले में बहकर यहां पंहुचा होगाऔर फिर नाले से निकलकर खेत में चला गया होगा।
खेत में मगरमच्छ घुस आने की सूचना पहले पुलिस को और फिर वनविभाग को दी गई। वनविभाग के अधिकारियों ने फौरन एक बचाव दल गठित कर मगरमच्छ को निकालने के लिए भेजा। वनविभाग का बचाव दल रात करीब एक बजे मन्याखेडी पंहुचा।
बचावदल का नेतृत्व कर रहे रतलाम के वन परिक्षेत्र सहायक गोपाल परमार ने इ खबरटुडे से चर्चा के दौरान बताया कि दल में शामिल किसी भी व्यक्ति को मगरमच्छ के बचाव का कोई पूर्व अनुभव नहीं था,लेकिन मौके की परिस्थितियों के हिसाब से दल के सदस्यों ने जल्दी ही मगरमच्छ को अपने काबू में कर लिया। श्री परमार ने बताया कि मगरमच्छ खेत में पडी लकडियों के पटियो के बीच घुसा बैठा था और उसकी पूंछ बाहर नज़र आ रही थी । वनकर्मियों ने एक बल्ली की मदद से उसका मुंह उंचा किया और रस्सी का एक फन्दा उसके मुंह पर कस दिया। जब मगरमच्छ ने अपना जबडा खोला तो उसमें लकडी की एक बल्ली फंसा दी गई,जिससे कि किसी को कोई क्षति न पंहुचे। इसके बाद वनकर्मियों ने सावधानीपूर्वक मगरमच्छ को रस्सी से बान्ध लिया।
मगरमच्छ का रेस्क्यू करने वाली टीम में रतलाम परिक्षेत्र सहायक गोपाल परमार के साथ मुंदड़ी परिक्षेत्र सहायक आर एस जोशी, जावरा परिक्षेत्र सहायक कमल सिंह देवड़ा ,बीट गार्ड ताल शैल शर्मा ,बीट गार्ड रिंगनोद दशरथ कुमार वसुनिया ,बीट गार्ड जावरा हरिश्चंद्र भट्ट ,वनरक्षक जितेंद्र जटिया बीट गार्ड पलसोडी,लाल चंद्र मचार,बीट गार्ड ऐवरिया बृजेश पाटीदार, वाहन चालक राजु दा और सुरक्षा श्रमिक सूरज,मेहरबान और राधेश्याम शामिल थे।
वन मण्डलाधिकारी डीएस डोडवे ने बताया कि रात को मगरमच्छ घुसने की सूचना मिलने पर बचावदल को तुरंत मौके पर भेज दिया गया था। पुलिसबल भी निरन्तर सम्पर्क में था। बचावटीम ने सराहनीय काम करते हुए जल्दी ही मगरमच्छ को पकड लिया। इस मगरमच्छ को आज गांधीसागर भिजवा दिया है। उल्लेखनीय है कि गांधीसागर वन्यप्राणी अभ्यारण्य में घडियालों और मगरमच्छों का भी संरक्षण किया जाता है।