Spurious liquor : जहरीली शराब से 31 की मौत, CM नीतीश बोले, दूसरे राज्यों में भी मरते हैं लोग
छपरा,15 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है। अभी भी शहर के अस्पतालों में 15 से अधिक मरीज भर्ती हैं, जिन का इलाज जारी है। देर रात 10 नए मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि जहरीली शराब से तो शुरू से लोग मरते हैं, जहरीली शराब से अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं। लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा ही। इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा। मौत के बाद जिला प्रशासन ने मामले पर चुप्पी साध रखी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने अधिकारियों को कहा है कि गरीबों को न पकड़ें जो लोग इसका व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें पकड़ें। शराब बंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ है कई लोगों ने शराब छोड़ दी है। वहीं इस मामले में अब सियासत भी शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि ये बिहार का दुर्भाग्य है। बिहार में जब से शराब नीति चली है तब से कई हजार लोग मर गए। मगर मुख्यमंत्री की संवेदना नहीं जगती और जब सदन में कोई इसको उठाता है तो उससे ऐसा व्यवहार करते हैं जो कोई उम्मीद नहीं करता।
हालांकि पुलिस ने इस मामले में शराब बेचने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उधर, जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़ रहा। इसी बीच बिहार सरकार में मंत्री समीर महासेठ ने अजीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि खेलो-कूदो इम्यूनिटी बढ़ाओ तो सब बर्दाश्त कर लोगे। बिहार में शराबबंदी है, इसलिए जो शराब आ रही वो जहरीली है, इसे नहीं पीएं।
इस मामले में पूरे सारण जिले में अभियान चलाकर 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, पुलिस ने शराब बेचने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक इन्हीं के द्वारा भेजी गई शराब पीकर 31 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 15 से अधिक लोग अस्पतालों में भर्ती हैं। प्रशासन ने अब तक 17 का पोस्टमार्टम करवाया है।
इलाके में मातम का माहौल
सारण जिले में बुधवार की सुबह से ही सदर अस्पताल में बीमार लोगों का तांता लगा रहा। कई लोगों की आंखों की रोशनी खत्म हो गई तो कई लोग अपनी जिंदगी से ही हाथ धो बैठे। लगातार हो रही मौत के बाद आसपास के इलाकों में मातम का माहौल है। इस घटना के बाद शराबबंदी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इसुआपुर प्रखंड के डोईला और मसरख प्रखंड के यदुपुर गांव के साथ ही अमनौर और मढौरा में भी शराब से संदिग्ध मौत हुई है। शराब से मौत के बाद लोगों में आक्रोश है और लोगों ने सड़क जाम भी किया। एसपी संतोष कुमार ने बताया कि प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लिया है और इलाके में छापेमारी शुरू कर दी गई है। अभी तक पूरे जिले में अभियान चलाकर 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है वही इस कांड में शामिल 3 लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।