24 घंटे में 7 कि.मी. चली नर्मदा
व्यासखेड़ी-छापरी मंडलावदा के बीच खाई बनी अवरोध
उज्जैन 17 फरवरी (इ खबरटुडे)। माँ नर्मदा अनवरत रुप से शिप्रा पदगामिनी होकर रामघाट की ओर बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों में नर्मदा का जल मात्र 7 कि.मी. ही चल पाया है। व्यासखेड़ी और छापरी मंडलावदा के बीच नर्मदा के रास्ते में अवैध उत्खननकर्ताओं की खाई अवरोध बनी रही। इसी में रविवार का दिन पूरा सिमट गया। व्यासखेड़ी से छापरी मंडलावदा (शिप्रा बेक वाटर स्थल) की दूरी करीब 3 कि.मी. है और नर्मदा का जल रविवार देर रात तक डेढ़ कि.मी. चल पाया था।
शिप्रा-नर्मदा का मिलन शिप्रा उद्गम स्थल पर हो चुका है। शिप्रा के पथ पर नर्मदा कल-कल बहती हुई आगे की ओर बढ़ रही है। देवास जिले की देवास तहसील अंतर्गत नर्मदा शिप्रा के पथ पर आ चुकी है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार नर्मदा को रविवार को छापरी मंडलावदा पहुंचना था। इसी गांव तक शिप्रा जल आवर्धन योजना का बेक वाटर फैला हुआ है। इसके बावजूद तीन कि.मी. की दूरी पूर्वान्ह 11.30 बजे से लेकर देर शाम तक नहीं हो सकी थी। उम्मीद की जा रही है कि सोमवार सुबह नर्मदा का पानी छापरी मंडलावदा तक पहुंच जायेगा।
खाई भरने में लगा कई घंटों का समय
व्यासखेड़ी और छापरी मंडलावदा के बीच 3 कि.मी. का अंतर है। शिप्रा के मार्ग पर नदी में अवैध उत्खननकर्ताओं द्वारा खुदाई की गई है। तीन खाइयों को गहराई तक खोद दिया गया है। शनिवार को शिप्रा के पथ पर चल रही नर्मदा धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थी। रविवार को इन खाइयों तक पहुंचने पर इनमें पानी भरना शुरु हुआ है। एक-एक खाई को भरने में दो से तीन घंटे का समय लगने बताया जा रहा है। इस प्रकार से नर्मदा का जल रविवार शाम 6 बजे तक 3 में से मात्र 2 खाइयां भर सकी थीं। सोमवार को नर्मदा के पानी के छापरी मंडलावदा तक पहुंचने की उम्मीद पूरी तरह से बनी हुई है।