काश्यप परिवार गरीबों के आवास हेतु देगा 7 करोड 50 लाख रु. की सहायता-विधायक चेतन्य काश्यप
अमृत महोत्सव में तेजकुंवरबाई काश्यप ‘श्राविका रत्न’ अलंकरण से सम्मानित
रतलाम 16 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। लोकसन्त, आचार्य, गच्छाधिपति, श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी म.सा. के सान्निध्य में रविवार को जयन्तसेन धाम अनूठी मातृभक्ति का साक्षी बना। चातुर्मास आयोजक व राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष, विधायक चेतन्य काश्यप ने माताजी तेजकुंवरबाई काश्यप के अमृत महोत्सव के अवसर पर रतलाम नगर में गरीबों के लिए बनने वाले आवासों के लिए काश्यप परिवार की ओर से सात करोड़ पचास लाख रुपए की मदद देने की घोषणा की। महोत्सव में श्रीमती काश्यप को ‘श्राविका रत्न’ के अलंकरण से सम्मानित किया गया। सेवा से अभिभूत अहिंसा ग्रामवासियों ने भी श्रीमती काश्यप का अभिनन्दन किया। कार्यक्रम में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचन्द गेहलोत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अ.भा. कार्यकारिणी सदस्य बजरंगलाल गुप्ता ऊर्जा मंत्री पारस जैन व त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वाघजी भाई बोहरा अतिथि के रुप में उपस्थित रहे।
अमृत महोत्सव लोकसन्तश्री ने कहा कि संसार में मां से ही हमारा अस्तित्व है। यह आयोजन मां के उपकारों की स्मृति का प्रतिबिम्ब है। रतलाम में काश्यप परिवार ने ऐतिहासिक चातुर्मास के साथ अमृत महोत्सव का आयोजन कर मातृभक्ति की अनूठी मिसाल प्रस्तुत की है । इस मौके पर यही कामना है कि प्रत्येक व्यक्ति को मां का आशीर्वाद मिले और वह चेतन्य काश्यप की तरह मातृभक्ति करने वाला बने।
मुनिराजश्री निपुणरत्न विजयजी म.सा. ने कहा कि मां की तो कोई मिसाल ही नहीं है। माता के अनन्त उपकारों को महसूस कर काश्यप परिवार द्वारा आयोजित यह महोत्सव अनुकरणीय, वन्दनीय और अद्वितीय है। महोत्सव में अ.भा. सौ.बृ.त.त्रिस्तुतिक जैन श्वेताम्बर श्रीसंघ एवं रतलाम श्रीसंघ ने श्रीमती तेजकुंवरबाई काश्यप को ‘श्राविका रत्न’ के अलंकरण से सम्मानित किया। अभिनन्दन पत्र का वांचन संघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुरेन्द्र लोढ़ा ने किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष वाघजी भाई वोरा, श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश भाई धरु व अतिथियों ने अलंकरण प्रदान किया।
इस मौके पर मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता, विधायकगण जगदीश देवडा, मथुरालाल डामर, श्रीमती संगीता चारेल, जितेन्द्र गेहलोत, ओमप्रकाश सकलेचा, चन्द्रसिंह सिसौदिया, दिलीपसिंह शेखावत, कलसिंह भाभर, दिलीप परिहार, महापौर डा. सुनीता यार्दे, उज्जैन विकास प्राधिकरण अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल, पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार, जिला पंचायत अध्यक्ष परमेश मईड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित, नीमच अध्यक्ष हेमन्त हरित, त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के अध्यक्ष डा. ओ.सी. जैन आदि मंचासीन थे। अतिथियों का स्वागत चातुर्मास आयोजक व राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप, सिद्धार्थ काश्यप, श्रवण काश्यप ने किया। महोत्सव में कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर, पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा, मण्डल रेल प्रबंधक मनोज शर्मा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी व पत्रकारगण, सामाजिक, आर्थिक, व्यावसायिक, राजनीतिक, संस्थाओं के पदाधिकारी, सदस्यगण, गणमान्यजन उपस्थित थे। संचालन अब्दुल सलाम खोकर ने किया।
सबके लिए प्रेरणादायी है काश्यप परिवार – श्री गेहलोत
केंद्रीय मंत्री थावरचन्द गेहलोत ने अमृत महोत्सव में कहा कि भारतीय संस्कृति और परम्परा में वसुधैव कुटुम्बकम्, परोपकार और अहिंसा परमो धर्म का भाव निहित है। माताजी तेजकुंवरबाई काश्यप ने इन भावों का पालन कर अपने परिवार में जो संस्कार डाले हैं, उन्हीं का परिणाम अमृत महोत्सव के रुप में हमारे सामने है । आज रामायण लिखने वाले वाल्मीकि की जयन्ती भी है । वाल्मीकि ने राम को प्रसिद्ध किया और राम के कारण उन्हें भी प्रसिद्धि मिली। इसी प्रकार माताजी के कारण चेतन्य काश्यप और श्री काश्यप के कारण माताजी का सम्मान देखने को मिल रहा है। दुनिया में आर्थिक रुप से कई सम्पन्न लोग हैं, लेकिन वे अपना ही उत्थान कर सके। श्री काश्यप ने गरीबों के प्रति करुणा दिखाकर प्रेरणास्पद कार्य किया है
मातृत्व भाव में सभी समस्याओं का समाधान – श्री गुप्ता
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अ.भा. कार्यकारिणी सदस्य बजरंगलाल गुप्ता ने कहा कि अमृत महोत्सव में आकर वे स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं । संघ की प्रार्थना में भारत मां का स्मरण किया जाता है। मां भारती जन्म देने वाली नहीं, अपितु पूरे परिवार की मां है । आज जरुरत इसी बात की है कि हर व्यक्ति में भारत मां की सेवा करने का संस्कार जागे । मातृत्व के भाव में ही सारी समस्याओं का समाधान छुपा है । वर्तमान समय में जो संकट सबके सामने है, उन्हें प्रकृति को मां मानकर दूर किया जा सकता है । मातृत्व का फलक परिवार तक ही सीमित नहीं है, यह सृष्टि तक फैला हुआ है । तेजकुंवरबाई काश्यप ने मां के साथ पिता की भी भूमिका निभाई है। उनका सेवा और संस्कारमय जीवन एक मिसाल है ।
परोपकार करने वाला महान – श्री जैन
ऊर्जा मंर्ती पारस जैन ने कहा कि काश्यप परिवार बहुत भाग्य वाला है। गरीबों की चिन्ता कर इसने पं. दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को साकार किया है । अपने परिवार के लिए तो सभी कुछ करते हैं, लेकिन परोपकार करने वाला महान होता है । सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि मां प्रथम गुरु होती है । उससे ही हमें जीवन की सही प्रेरणा मिलती है। रतलाम में लोकसन्तश्री के चातुर्मास के साथ धर्म की जो बयार दिख रही है, वह मां के ही कारण है ।
सारे तीर्थों का सार है मां – श्री वोरा
त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वाघजी भाई वोरा ने कहा कि अमृत महोत्सव के आरम्भ में युवा संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप ने मातृभक्ति की अनूठी प्रस्तुती देकर नई चेतना जागृत की है । दुनिया में परमात्मा हर जगह नहीं पहुंच सकते, इसलिए मां को बनाया है । मां के चरणों में सारे तीर्थ होते हैं। हर समाज का निर्माण मां के हाथों से ही होता है । र्तिस्तुतिक समाज श्रीमती तेजकुंवरबाई काश्यप को सम्मानित कर स्वयं को आज गौरवान्वित महसूस कर रहा है ।
परिवार की धुरी है मातृशक्ति – श्री काश्यप
चातुर्मास आयोजक, राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष, विधायक चेतन्य काश्यप ने अमृत महोत्सव की स्मृति को चिरस्थायी बनाते हुए रतलाम में गरीबों के लिए बनने वाले आवासों के निर्माण में काश्यप परिवार द्वारा सात करोड़ पचास लाख रुपए की मदद देने की घोषणा की। उन्होंने माताजी के पीहर पक्ष की ओर से डा. गजेन्द्र जैन की उपस्थिति में पालीताणा में निर्मित त्रिस्तुतिक श्रीसंघ की प्रथम धर्मशाला चम्पा निवास र्तिस्तुतिक जैन श्रीसंघ को समर्पित करने की घोषणा भी की। श्री काश्यप ने कहा कि भारतीय संस्कृति और परम्परा में मातृशक्ति की वन्दना का संस्कार दिया है। पुरुष प्रधान समाज की बात सभी करते हैं, लेकिन उनका मानना है कि परिवार की धुरी मातृशक्ति है। उनकी माताजी का जीवन सेवा, समर्पण का पर्याय रहा है। अहिंसा ग्राम की स्थापना की प्रेरणा देते हुए उन्होंने स्वयं प्रशिक्षण कार्य संचालित करने का भाव व्यक्त किया था । अमृत महोत्सव का आयोजन उनके परिवार का सौभाग्य है । इसमें वे संकल्प व्यक्त करते हैं कि जीवन पर्यन्त, संघ, समाज और सेवा को समर्पित रहेंगे ।
मातृ वन्दना से शुभारम्भ, संस्कार ज्योति की उपाधि दी
श्रीमती तेजकुंवरबाई काश्यप के अमृत महोत्सव का शुभारम्भ मातृ वन्दना से हुआ। इसमें युवा संगीतकारण सिद्धार्थ काश्यप ने मुम्बई से आए साथियों के साथ मातृ वन्दना की संगीतमय प्रस्तुती देकर वातावरण को मातृभक्तिमय बना दिया। उनके साथ प्रसिद्ध पाश्र्व गायिका मधुश्री एवं पाश्र्व गायक ऋषिकेश ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी। महोत्सव में लोकसन्तश्री जयन्तसेन सूरीश्वरजी म.सा. ने श्रीमती काश्यप को आशीर्वाद स्वरुप प्रतिमा प्रदान की । साध्वी मण्डल ने जयन्तसेन प्रवचन माला भेंट की। संयुक्त जैन श्रीसंघ रतलाम द्वारा श्रीमती काश्यप को ‘संस्कार ज्योति’ की उपाधि प्रदान की गई । अभिनन्दन पत्र का वांचन जयन्त वोहरा ने किया। अहिंसा ग्राम परिवार ने भी श्रीमती काश्यप का सम्मान किया। अभिनन्दन पत्र का वाचन शरद फाटक द्वारा किया गया। इससे पूर्व मंचासीन अतिथियों ने भी शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह प्रदान कर मातृभक्ति का परिचय दिया । श्रीमती शांता-सोहनलाल पारेख ने गीत प्रस्तुत कर स्मृति चिन्ह प्रदान किया । इस मौके पर अतिथियों ने आचार्यश्री की पुस्तिकाओं का तथा जयन्त ज्योति पर्तिका का विमोचन भी किया गया।
कई संस्थाओं द्वारा अभिनन्दन
अमृत महोत्सव में श्रीमती तेजकुंवरबाई काश्यप का सामाजिक, राजनीतिक व धार्मिक क्षेत्र की कई संस्थाओं ने अभिनन्दन किया। जावरा में आगामी 23 नवम्बर को भगवती दीक्षा अंगीकार करने वाली कुक्षी की सविता जैन के परिवार, अ.भा. राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश भाई धरु, अशोक श्रीश्रीमाल, महिला परिषद् की राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अंगूरबाला सेठिया, पद्मा सेठिया, भाजपा जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित व मण्डल अध्यक्ष जयवन्त कोठारी, रमेश बदलानी, संतोष पोरवाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता खुर्शीद अनवर, मुम्बई प्रोग्रेसिव लेडिस वेलफेयर सोसायटी, प्रभुप्रेमी संघ, कालिका माता सेवा मण्डल ट्रस्ट, बुद्धेश्वर आश्रम ट्रस्ट, पार्श्वनाथ जैन मित्र मण्डल टीआईटी रोड, काजी खान मस्जिद परिवार, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय वि.वि. परिवार, जायसवाल समाज, खण्डेलवाल समाज, बैरवा समाज, आदिवासी एकता महासभा, चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर टीआईटी रोड, शीतल तीर्थ ट्रस्ट, अमरनाथ सेवा बर्फानी मण्डल, शांत-क्रांत महिला मण्डल, धर्मोत्तेजक महिला मण्डल, जोबट श्रीसंघ आदि संघों व संस्थाओं ने श्रीमती काश्यप का स्मृति चिन्ह, शाल, श्रीफल से अभिनन्दन किया।