हजारों श्रध्दालु गढखंखई मां की पदयात्रा पर रवाना
रतलाम,३० मार्च (इ खबरटुडे)। चैत्र नवरात्रि की अष्टमी पर गढखंखई मां के दर्शन करने के लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों श्रध्दालु महिला पुरुष और बच्चे शुक्रवार रात को पदयात्रा पर रवाना हुए। रतलाम से गढखंखई माता तक के मार्ग में जगह जगह भण्डारों पर पदयात्रियों के लिए अल्पाहार इत्यादि की व्यवस्था की गई है।
चैत्र नवरात्रि की अष्टमी पर प्रतिवर्ष हजारों श्रध्दालु महिला पुरुष रतलाम से गढखंखई माता तक की पदयात्रा करते हैं। पदयात्रा सप्तमी की रात्रि को प्रारंभ होती है। श्रध्दालु अष्टमी की सुबह सवेरे मन्दिर पर पंहुच कर माता के दर्शन करते है। पदयात्रा करने वाले श्रध्दालुओं की संख्या में साल दर साल ईजाफा होता जा रहा है। इस वर्ष भी पदयात्रियों के जत्थे शाम से ही गढखंखई माता के लिए रवाना हो गए थे। पदयात्रियों में जहां शहर के महिला पुरुष और बच्चे बडी संख्या में है वहीं वनवासी समाज के महिला पुरुष भी बडी संख्या में पदयात्रा करके गढखंखई माता पंहुचने वाले हैं।
श्रध्दालु पदयात्रियों के लिए मार्ग में अनेक स्थानों पर भण्डारे लगाए गए है। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ता पूरी रात श्रध्दालुओं की सेवा में जुटे रहेंगे। उपवास रखने वाले श्रध्दालुओं के फरियाली खाद्य पदार्थ रखे गए हैं वहीं सामान्य व्यंजन भी श्रध्दालुओं को प्रदान किए जा रहे हैं। भण्डारों पर काम में जुटे कार्यकर्ता मार्ग से गुजरने वाले हर वाहन और पदयात्रियों को आग्रहपूर्वक रोक कर प्रसाद देते है। गढखंखई माता मन्दिर पर भी तीन दिवसीय अखण्ड भण्डारे का आयोजन किया गया है। मन्दिर पर पंहुचने वाले प्रत्येक श्रध्दालु को मां के दर्शनों के बाद प्रसाद देने की व्यवस्था रखी गई है। मन्दिर परिसर में भी वनवासी महिला पुरुष बडी संख्या मे देखे जा सकते है। उल्लेखनीय है कि गढखंखई माता के मन्दिर पर नवरात्रि में मेले का आयोजन भी किया जाता है,जिसमें आसपास के पूरे वनवासी अंचल के हजारों लोग शामिल होते हैं।