सिमी आतंकियों को भोपाल जेल में वीआईपी सुविधा
शार्प शूटर सुधाकर मराठा ने लगाए सनसनीखेज आरोप,अनशन भी शुरु किया
रतलाम,२३ जुलाई (इ खबरटुडे)। कई हत्याओं के आरोप में भोपाल जेल में बन्द मालवांचल के डॉन शार्प शूटर सुधाकर मराठा ने जेल में सिमी आतंकियों को वीआईपी सुविधाएं देने का आरोप लगाया है। आतंकियों से जान का खतरा बताते हुए मराठा ने जेल बदलने की मांग को लेकर आमरण अनशन भी शुरु कर दिया है।
मालवांचल का डॉन कहलाने वाला शार्प शूटर सुधाकर मराठा अनेक हत्याओं और विभिन्न गंभीर आपराधों के आरोप में इन दिनों भोपाल जेल में बन्द है। उसने अपने अभिभाषक देवराजसिंह पंवार के माध्यम से रतलाम जिला न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत कर जेल बदलने की मांग की है। जिला न्यायालय में प्रस्तुत आवेदन पर २४ जुलाई को सुनवाई की जाएगी।
न्यायालय में प्रस्तुत आवेदन में मराठा ने कहा है कि जेल प्रशासन द्वारा उसे शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताडित किया जा रहा है। इन दिनों श्रावण माह चल रहा है,लेकिन जेल प्रशासन द्वारा उसे पूजा पाठ नहीं करने दिया जाता। इसके विपरित उसी जेल में बन्द सिमी के आतंकियों को धार्मिक क्रियाएं करने की पूरी छूट दी जा रही है। उन्हे अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है। न्यायालय को दिए अपने आवेदन में मराठा ने अपने अभिभाषक के माध्यम से यह भी बताया है कि वह पिछले २० माह से जेल में बन्द है। रतलाम न्यायालय में उसके विरुध्द प्रकरण विचाराधीन है,किन्तु जेल प्रशासन उसे निर्धारित तिथी पर रतलाम नहीं भेजता है जिसकी वजह से प्रकरण के विचारण में कोई प्रगति नहीं हो रही है।
मराठा ने अपने आवेदन में बताया है कि वह एक हिन्दूवादी व्यक्ति है और मुस्लिम आतंकवादी संगठन सिमी से उसकी जान को गंभीर खतरा है। सिमी के आतंकी भोपाल जेल में बन्द है,वे कभी भी उसके साथ गंभीर वारदात कर सकते है।
मराठा ने जेल प्रशासन से अपनी जेल बदलने और इन्दौर या उज्जैन स्थानान्तरित करने हेतु कई बार निवेदन किया लेकिन उसकी जेल बदली नहीं जा रही है। अपनी इसी मांग को लेकर उसने २१ जुलाई से जेल में अनशन प्रारंभ कर दिया है। जेल प्रशासन की भेदभाव पूर्ण नीति से उसके स्वास्थ्य में भी गिरावट आ गई है। इसी से परेशान होकर अब उसने न्यायालय के समक्ष अपना आवेदन प्रस्तुत किया है।
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक मराठा की उक्त शिकायतों के आधार पर उसके अभिभाषक देवराजसिंह पंवार ने सोमवार को जिला न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत किया है। न्यायालय ने उक्त आवेदन पर सुनवाई के लिए २४ जुलाई मंगलवार का दिन नियत किया है। प्रकरण की सुनवाई अब २४ जुलाई को होगी।