संसार को गंदा कहता है, वह ईश्वर का तिरस्कार करता है
रतलाम,21 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। सत्य के रास्ते पर चलने वाले हर इंसान का भगवान जीवन भर साथ देते है ,ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियाँ हमारे ही भीतर है. वो तो हम ही है जो उस शक्तियों को अँधेरा समझकर हाथ आँखों पर रखकर रोने लगते है.संसार सुन्दर है क्योंकि इसे ईश्वर ने बनाया है। जो संसार को गंदा कहता है, वह ईश्वर का तिरस्कार कर रहा है। ये वाक्य श्री बांगरे जी महाराज ने हटिलेश्वर मंदिर परगांण में आयोजित कथा में कही।
श्री बांगरे जी महाराज ने आज भागवत कथा के चतुर्थ दिवस के अवसर पर कृष्ण जन्मोत्सव मंदिर परगांण में आये भक्तो के साथ बड़ी धूमधाम से मनाया।अपनी कथा में श्री बांगरे जी महाराज ने बताया कि जब पृथ्वी पर अधर्म होता है तो प्रभु अवतार लेते है ,गुरूजी ने बताया कि मनुष्य के तीन स्वरूप होते है.पहला धर्म का ,दूसरा स्वरूप दया का ,तीसरा कर्म का होता है.
आयोजिय कथा की जानकारी देते हुए कार्यकर्ता कपिल परमार ने बताया कि उक्त कथा श्री हटिलेश्वर महादेव मंदिर मित्र मंडल द्वारा आयोजित की जा री है ,इस अवसर पर सरक्षक पवन सोमानी ,भानु प्रकाश जैन ,सुभाष राठौर ,पार्षद सहित भक्तजनो ने कथा का धर्म लाभ लिया।