श्री पंवार का निधन,साहित्यिक जगत की अपूरणीय क्षति,मुक्तिधाम पर हुई श्रध्दांजलि सभा में वक्ताओं ने कहा
रतलाम,18 सितम्बर (इ खबरटुडे)। वरिष्ठ समाजसेवी मार्तण्डराव पंवार का निधन शहर के साहित्यिक जगत की अपूरणीय क्षति है। उनकी जीवटता और अंतिम समय तक की सक्रियता अपने आप में अनोखी थी। उक्त विचार स्व.पंवार के अंतिम संस्कार के बाद त्रिवेणी मुक्तिधाम पर आयोजित श्रध्दांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने व्यक्त किए।
श्री पंवार का सोमवार को 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार आज त्रिवेणी मुक्तिधाम में किया गया।
श्रध्दांजलि सभा को शिक्षाविद डॉ.डीएन पचौरी,रा.स्व.संघ के जिला संघचालक वीरेन्द्र वाफगांवकर,सुरेन्द्र सुरेका,अभिभाषक निर्मल कटारिया,पत्रकार तुषार कोठारी,जयप्रकाश जायसवाल,शिक्षाविद ओमप्रकाश मिश्रा इत्यादि ने सम्बोधित किया। स्व.पंवार के साथ लम्बे समय तक जुडे रहे डॉ.डीएन पचौरी ने स्व.श्री पंवार द्वारा स्थापित संस्था प्रसाद साहित्य मण्डल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि स्व.पंवार की जीवटता के कारण ही यह संस्था बरसों तक सक्रिय रही। स्व.श्री पंवार के अंतिम संस्कार में बडी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।