शोपियां एनकाउंटर के बाद हालात बिगड़े, सेना की फायरिंग में 2 नागरिकों की मौत
जम्मू,04 अगस्त(इ खबरटुडे)। जम्मू-कश्मीर के शोपियां में शुक्रवार रात से सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच चले एनकाउंटर के बाद इलाके के हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. यहां पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक नागरिक की मौत हो गई है. यह नागरिक मारे गए आतंकियों के जनाजे में शामिल होने आया था. सेना की ओर से हुई गोलीबारी में इसकी मौत हो गई. इसके बाद इलाके में हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं.मारे गए नागरिक की पहचान बिलाल अहमद खान के रूप में हुई है और वह पुलवामा जिले का निवासी था. बताया जा रहा है कि इसकी मौत सेना की गोलीबारी में हुई है. अब तक यहां पर दो नागरिक मारे गए हैं.
यह मारे गए आतंकियों के जनाजे में शामिल होने आया था. यहां पर स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई थी. आपको बता दें कि मुठभेड़ के बाद शोपियां में पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों पर जमकर पत्थरबाजी की और पुलिस वैन पर पेट्रोल बम फेंके. हालांकि, पत्थरबाजों पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की.
इससे पहले, शनिवार को जम्मू-कश्मीर में शोपियां जिले के किलूरा इलाके में सुरक्षाबलों ने हिजबुल के पांच आतंकियों को मार गिराया. किलूरा में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच शुक्रवार देर रात शुरू हुई थी.
आतंकियों के मारे जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने सेना के काम की सराहना की और ट्वीट कर कहा, ‘शोपियां के किलूरा में मुठभेड़ स्थल पर चार और आतंकवादियों के शव मिले हैं, जिसके बाद कुल संख्या बढ़कर पांच हो गई है. गुड जॉब ब्वॉयज, गुड फॉर पीस.’
किलूरा में मारे गए एक आतंकी की पहचान उमर मलिक के रूप में हुई है. इसके पास से सेना ने एके 47 राईफल भी बरामद की. बता दें कि पिछले 3 दिनों के दौरान सेना ने 5 आतंकियों को मौत के घाट उतारा है. इसमें गुरुवार को कुपवाड़ा में सेना ने दो आतंकियों को ढेर किया था और शुक्रवार की सुबह सोपोर में दो आतंकी मारे गए. वहीं, शुक्रवार रात से जारी मुठभेड़ में 5 आतंकी मारे गए.
अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को मुठभेड़ में 2 आतंकवादी मारे गये जिनकी पहचान रियाज अहमद डार और खुर्शीद अहमद मलिक के रूप में हुई है. खुर्शीद अहमद मलिक आतंकी बनने के 48 घंटे के अंदर ही ढेर कर दिया गया. मरने से एक दिन पहले ही बीटेक छात्र खुर्शीद आतंकी बना था. उन्होंने कहा कि मारे गये आतंकवादी लश्कर ए तैयबा से जुड़े थे. उन्होंने कहा कि सेना के जवान सावर विजय कुमार भी इस मुठभेड़ में शहीद हो गए.