शान्तिपूर्ण ढंग से रहा रतलाम बन्द
छिटपुट विवाद,जुलूस निकाल कर ज्ञापन दिया,सिमी का हाथ होने का आरोप
रतलाम,30 जुलाई (इ खबरटुडे)। हिन्दू चेतना मंच के संयोजक राजेश कटारिया पर बीती शाम हुए जानलेवा हमले के विरोध में आज रतलाम शान्तिपूर्ण ढंग से बंद रहा। विवाद की इक्की दुक्की मामूली घटनाओं के अतिरिक्त बन्द आमतौर पर शान्तिपूर्ण रहा। बन्द का असर सड़कों पर दिखाई दिया। स्कूल कालेज बन्द रहे। हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कटारिया पर हुए हमले में सिमी का हाथ होने की आशंका जताई गई है।
बीती शाम हिन्दू चेतना मंच और अन्य हिन्दूवादी संगठनों ने मंगलवार को रतलाम बन्द का नारा दिया था। रतलाम बन्द के आव्हान के चलते शहर के प्रमुख बाजार सुबह से ही बन्द थे। मुख्य सड़कों पर तो पान और चाय तक की दुकानें बन्द रही। स्कूल कालेजों में भी छुट्टी घोषित कर दी गई थी। उधर माणकचौक स्कूल में बन्द समर्थकों ने छात्रों की साईकिलों में तोडफोड की,लेकिन कोई बडा विवाद नहीं हुआ। बन्द समर्थकों के वहां पंहुचने के बाद स्कूल की छुट्टी कर दी गई।
शहर में बन्द का व्यापक असर नजर आया। सड़कों पर सामान्य दिनों की तुलना में बेहद कम आवाजाही रही। टेम्पो आटो भी बन्द रहे। सड़क पर इक्का दुक्का आटो रिक्शा नजर आए। बन्द समर्थकों ने टीआटी रोड पर अपने परिवार के ही लोगों को लेकर जा रहे एक आटो को रोक कर आटो में तोड फोड भी की।
जुलूस निकालकर ज्ञापन दिया
हिन्दू चेतना मंच और अन्य हिन्दूवादी संगठनों विश्व हिन्दू परिषद आदि के कार्यकर्ताओं ने सुबह पैलेस रोड से एक जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल कार्यकर्ता बाजार बन्द करा रहे थे। इस दौरान यह जुलूस एक बार मोचीपुरा के अल्पसंख्यक इलाके में भी घुस गया। हांलाकि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। कार्यकर्ताओं का यह जुलूस विभिन्न मार्गो से होता हुआ कलेक्टोरेट पंहुचा,जहां अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी निर्मल उपाध्याय को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में जहां श्री कटारिया के हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की गई है वहीं इस वारदात में सिमी का हाथ होने की आशंका भी व्यक्त की गई है।
कडी सुरक्षा व्यवस्था
बन्द के आव्हान के मद्देनजर शहर में तगडा पुलिस बन्दोबस्त किया गया था। शहर की हर सड़क और प्रमुख चौराहे पर पुलिसकर्मी तैनात थे। पुलिस अधीक्षक जीके पाण्डे व एएसपी प्रशान्त चौबे दोनो ही शहर से बाहर है। व्यवस्था बनाए रखने के लिए नीमच से वरिष्ठ अधिकारी बुलाए गए थे।