विद्यार्थियों को प्रोत्साहन दें अभिभावक-गौरव पटेल के पत्र पर पीएम ने कहा
पानी है परमात्मा का प्रसाद, एक भी बूंद बर्बाद न होने दें
नई दिल्ली22मई (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडिया कार्यक्रम मन की बात में मप्र के गौरव पटेल द्वारा भेजे गए पत्र का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि गौरव ने मुझे एक पत्र भेजा है, जिसमें उसने बताया कि उसे परीक्षा में 89.33 फीसदी अंक मिले।
लेकिन उसकी इस उपलब्धि से परिवार और शिक्षक इतने खुश नहीं हुए। सभी ने उससे कहा तीन अंक और आ जाते तो तुम्हें 90 फीसदी अंक मिलते। गौरव ने पत्र में सवाल किया है कि ‘क्या उसका 89.33 फीसदी अंक लाना भी काफी नहीं है। अब मैं कैसे इस स्थिति का सामना करूं।’
प्रधानमंत्री ने इस पत्र के जवाब में कहा कि गौरव ‘मुझे आपकी उपलब्धि पर बहुत खुशी है। यह समस्या केवल आपकी नहीं आपके जैसे लाखों विद्यार्थियों की हैं। जिनके अभिभावक और शिक्षक उनके बच्चों के परफारमेंस पर असंतोष है। यह असंतोष नकारात्मक्ता लाता है।’ पीएम ने कहा- ‘मैं सभी अभिभावकों और शिक्षकों से कहना चाहुंगा कि वे अपने बच्चों की परफारमेंस को स्वीकार कर, उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।’
स्कूलिंग से ज्यादा लर्निंग पर हो ध्यान
शिक्षा पर पीएम ने कहा, ‘अब इसकी गुणवत्ता बढ़ाने का समय है. अब अच्छी और योग्य शिक्षा पर ध्यान देना होगा. स्कूलिंग से ज्यादा लर्निंग पर ध्यान देना होगा. बच्चों से स्कूल गतिविधियों पर खुलकर बात करें. शिक्षा के साथ स्किल का भी महत्व है. तकनीकों पर जोर दिया जाना चाहिए.
पानी की एक-एक बूंद होगी बचानी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भीषण गर्मी पड़ रही है और आगे भी पड़ेगी। हम आशा करते थे, कुछ कमी आएगी, लेकिन अनुभव आया कि गर्मी बढ़ती ही जा रही है। पीएम मोदी बोले कि जंगलों को बचाना है, पानी को बचाना है, ये हमारा दायित्व बन जाता है। हम पानी की हर बूंद का संरक्षण करने की प्रतिज्ञा करते हैं। पानी परमात्मा का प्रसाद है।
पानी बचाने के लिए राज्यों का भी सराहा
पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात और आंध्र प्रदेश में सूखे को कम करने के लिए टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल बहुत अच्छी तरह से किया गया है। तेलंगाना के भाइयों ने ‘मिशन भागीरथी’ के द्वारा गोदावरी और कृष्णा नदी के पानी का बहुत ही उत्तम उपयोग करने का प्रयास किया है। ‘जलयुक्त शिविर अभियान’ सचमुच में ये आंदोलन महाराष्ट्र को भविष्य के संकट से बचाने के लिए बहुत काम आएगा, ऐसा मैं अनुभव करता हू। महाराष्ट्र ने जो जन-आंदोलन खड़ा किया है, उसमें लोग पसीना भी बहा रहे हैं, पैसे भी दे रहे हैं। राजस्थान ने ‘मुख्यमंत्री जल-स्वावलंबन अभियान’ चलाया है।
गंगा के लिए आज करोड़ों भागीरथों की जरूरत
गंगा सफाई पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि सरकार गंगा सफाई के लिए गंभीर प्रयास कर रही है. गंगा के लिए आज करोड़ों भागीरथों की जरूरत है. गंगा सफाई के लिए लोगों का जागरूक होना जरूरी. गंगा जीवनदायिनी है, वो हमें रोटी देती है. इसके लिए जनभागीदारी जरूरी.
एक करोड़ परिवारों ने छोड़ी गैस सब्सिडी
पीएम ने कहा कि मुझे गर्व है कि 1 करोड़ परिवारों ने गैस सब्सिडी छोड़ी है. 80 प्रतिशत लोगों ने डिस्ट्रीब्यूटर के यहां कागज देकर छोड़ी सब्सिडी. इससे करोड़ों गरीब परिवारों को एलपीजी मिली. गैस सब्सिडी के लिए मैंने जनता पर भरोसा किया. जनता पर भरोसा कर अच्छे परिणाम मिलते हैं. पहले सिलेेंडर कितना मिले ये चुनावी मुद्दा होता था.
कुंभ मेले पर हो फोटो प्रतियोगिता
पीएम मोदी ने कहा कि कुंभ मेला हमारे देश की विशेषता है. कुंभ मेला पर्यटन के आकर्षण का भी केंद्र बन सकता है. कई लोग सिंहस्थ कुंभ की तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं, मैं चाहूंगा कि पर्यटन विभाग फोटो प्रतियोगिता करे जिससे लोगों को इसकी विविधता और विशिष्टता के बारे में पता चल सके. यह कुंभ मेला भले धार्मिक-आध्यात्मिक मेला हो, लेकिन हम उसको एक सामाजिक अवसर भी बना सकते हैं.