लोकसभा, राज्यसभा में जमकर मचा हंगामा, कांग्रेस ने लगाए- डॉ साहब से माफी मांगो के नारे
नई दिल्ली,20 दिसम्बर (इ खबरटुडे)।पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित टिप्पणी को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद दोनों सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। दो बजे कार्रवाई शुरू होते ही फिर हंगामा होने लगा जिसके बाद सभापति ने पूरे दिन के लिए कार्रवाई स्थगित कर दी। कांग्रेस सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री से माफी की मांग कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस सदस्यों ने संसद में डॉ साहब से माफी मांगों के नारे लगाए। सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी बात रखना चाहते थे, लेकिन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसकी अनुमति नहीं दी। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं चला और शून्यकाल में भी 20 मिनट ही कार्यवाही चल सकी। इस दौरान अध्यक्ष ने सभा पटल पर आवश्यक कागजात रखवाए।
इसके बाद बीजद के भर्तृहरि महताब ने महानदी जल विवाद के विषय को उठाया और भाजपा की पूनम महाजन ने जम्मू कश्मीर के शोपियां में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता की हत्या के विषय को उठाया। इस दौरान कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के करीब आकर नारेबाजी करते रहे। वे प्रधानमंत्री से माफी मांगने की मांग कर रहे थे। इससे पहले आज सुबह निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर इसी विषय पर कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी के कारण सदन की बैठक शुरू होने के कुछ ही समय बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।
लोकसभा में जैसे ही अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने को कहा, कांग्रेस सदस्य गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान मनमोहन सिंह को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कथित टिप्पणी का मुद्दा उठाने लगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में मौजूद थे। कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और आसन की ओर बढ़ रहे थे। इसी बीच अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से सदन की बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
वहीं राज्य सभा में हंगामे पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा ‘‘ कोई भी माफी नहीं मांगने जा रहा क्योंकि यहां कुछ नहीं हुआ और इस सदन में कोई बयान नहीं दिया गया है।’’ एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे बैठक शुरू होने पर भी कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा। हंगामा कर रहे सदस्यों से बैठने की अपील करते हुए नायडू ने उनसे कहा कि वे बाकी लोगों के अधिकार छीनने का प्रयास नहीं करें और अन्य सदस्यों को प्रश्न पूछने का मौका दें।