रेलवे पर लागू नहीं चुनाव आचार संहिता..?
वेरेएयू के सम्मेलन में रेलवे अधिकारियों के आगमन को लेकर उठे सवाल
रतलाम,15 नवंबर (इ खबरटुडे)। क्या रेलवे अधिकारियों पर चुनाव की आदर्श आचरण संहिता लागू नहीं होती? यह सवाल रेलवे अधिकारियों के बीच दबी जुबान से पूछा जा रहा है। रेलवे द्वारा मान्यता प्राप्त एक यूनियन के कार्यक्रम में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के आगमन को लेकर यह सवाल पूछा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि रेलवे की एक मान्यताप्राप्त यूनियन द्वारा 16 और 17 नवंबर को रतलाम में सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में बडी संख्या में रेलवे कर्मचारी भाग लेंगे। पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। चूंकि महाप्रबन्धक स्वयं कार्यक्रम में होंगे तो मण्डल रेल प्रबन्धक समेत मण्डल के तमाम वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यक्रम में मौजूद होंगे।
आम तौर पर जब चुनाव आचार संहिता लागू होती है,उस समय शासकीय अधिकारियों के इस तरह के कार्यक्रमों में जाने पर प्रतिबन्ध होता है। यहां मुद्दा इसलिए भी बडा है कि संसदीय उपचुनाव में रेलवे कालोनियों में रह रहे बीस हजार से अधिक मतदाताओं को भी मतदान करना है। किसी भी श्रमिक संगठन के कार्यक्रम में शासकीय नीतियों पर चर्चा होती ही है। या तो श्रम संगठन शासकीय नीतियों की आलोचना करते है या फिर प्रशंसा करते है। ऐसे में यह स्थानीय मतदाताओं को प्रभावित करने का ही कार्य है। इस तरह के आयोजन में अधिकारियों की उपस्थिति उनके द्वारा की जा रही आलोचना या प्रशंसा को महत्व देती है। उपचुनाव भी संसद का ही है। यूनियन के कार्यक्रम में निश्चित तौर पर केन्द्र सरकार की नीतियों पर चर्चा होगी और इससे सीधे सीधे मतदाता प्रभावित हो सकते है। ऐसे में रेलवे के महाप्रबन्धक का इस आयोजन में शामिल होने को चर्चाएं जोर पकड रही है।
हांलाकि मण्डल रेल प्रबन्धक मनोज शर्मा का कहना है कि ऐसे कार्यक्रम में भाग लेने का आदर्श आचरण संहिता से कोई लेना देना नहीं है। यह रेलवे द्वारा मान्यता प्राप्त यूनियन का कार्यक्रम है,न कि किसी राजनैतिक दल का। इससे आदर्श आचरण संहिता प्रभावित नहीं होती।