राहत नहीं मिली तो देश भर में किसान आन्दोलन
भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री श्री केलकर की चेतावनी
रतलाम,21 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। केन्द्र की मोदी सरकार को लेकर भारतीय किसान संघ के तेवर अभी भी तीखे है। किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री प्रभाकर केलकर ने कहा है कि किसान संघ बजट के इंतजार में है। यदि बजट में किसानों को राहत नहीं दी गई तो किसान संघ देश भर में आन्दोलन छेड देगा।
इस संवाददाता से विशेष चर्चा में श्री केलकर ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद से अब तक कृषि या किसानों के बारे में न तो कोई कदम उठाया है और ना ही एक भी शब्द कहा है। जबकि देश भर में किसानों की हालत खराब हो रही है। देश में विभिन्न वस्तुओं के दामों में गिरावट आ रही है। कृषि उपज के दाम भी लगातार कम होते जा रहे है,लेकिन कृषि की लागत में कोई कमी नहीं आ रही है। किसान अपनी फसल को कम दामों में बेचने को मजबूर हो रहे हैं।
श्री केलकर ने कहा कि भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में यह कहा गया था कि किसानों को उनकी फसल का लाभकारी मूल्य दिलाया जाएगा,लेकिन अब तक केन्द्र सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। गेंहू के समर्थन मूल्य में नाममात्र की वृध्दि की गई है और इसके एवज में मध्यप्रदेश जैसे जिन राज्यों द्वारा किसानों को बोनस दिया जा रहा था,उस पर केन्द्र ने रोक लगा दी है।
श्री केलकर ने कहा कि किसान संघ लम्बे समय से मांग करता रहा है कि देश में कृषि को उन्नत करने के लिए पृथक से कृषि बजट बनाया जाना चाहिए और कृषि नीति बनाई जानी चाहिए। किसानों को मोदी सरकार से कई उम्मीदें हैं। हांलाकि अब तक मोदी सरकार ने किसानों के हित में कोई कदम नहीं उठाया है। किसान संघ आम बजट के इंतजार में है। यदि आम बजट में किसानों को राहत नहीं दी गई तो किसान संघ किसान हित में बडे निर्णय लेगा।
भारतीय किसान संघ के संगठन सम्बन्धी प्रश्नों के उत्तर में श्री केलकर ने बताया कि किसान संघ देश का ही नहीं विश्व का सबसे बडा किसान संगठन है। देश के चार सौ से अधिक जिलों में किसान संघ की शाखाएं सक्रिय है। जनवरी माह से किसान संघ का सदस्यता अभियान शुरु हो रहा है। पिछले वर्ष किसान संघ के कुल २२ लाख सदस्य थे। इस बार सदस्यता का लक्ष्य इससे दुगुना है। किसान संघ देश भर के पचास लाख किसानों को अपने साथ जोडेगा।
श्री केलकर ने कहा कि देश के लगभग सभी राज्यों में किसान संघ सक्रिय है। इस बार किसान संघ ने पूर्वोत्तर के राज्यों पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है। पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर प्रदेशों में किसान संघ का काम शुरु हो गया है। असम में किसान संघ पहले से सक्रिय है। इस बार पूर्वोत्तर के शेष राज्यों और बंगाल पर विशेष रुप से ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है।
श्री केलकर ने कहा कि किसान संघ युवा किसानों और कृषक महिलाओं को संगठित करने पर विशेष ध्यान दे रहा है। मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ और गुजरात आदि राज्यों में युवा किसान सम्मेलन आयोजित किए गए है। अन्य राज्यों में भी युवा किसान सम्मेलन आयोजित किए जाने की योजना है। इसके अतिरिक्त जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसान संघ द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे है। इसी तारतम्य में झालावाड राजस्थान के पलसावद नामक स्थान पर 26 दिसम्बर से अखिल भारतीय जैविक कृषि प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया जा रहा है। इसमें देश भर के 150 प्रतिनिधि भाग लेंगे।