राशन घोटाले में फरार निगम के स्वास्थ्य निरीक्षक और पोर्टल ठेकेदार की गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम घोषित
रतलाम,13 अगस्त(इ खबरटुडे)। बहुचर्चित राशन घोटाले में पुलिस ने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। वहीं इस मामले में निगम के आरोपी स्वास्थ्य निरीक्षक और पोर्टल ठेकेदार की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया गया है।
एसपी गौरव तिवारी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीएसपी विवेक सिंह चौहान के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। टीम में स्टेशन रोड थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा ,एसआई अयूब खान, प्रधान आरक्षक युसूफ खान और आरक्षक हिम्मत सिंह एवं मनोज पांडे को शामिल किया गया है। एसपी गौरव तिवारी ने टीम को जल्द से जल्द मामले में शामिल फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। स्टेशन रोड थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि लगभग 10 करोड़ के राशन घोटाले में अभी तक 19 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है । दो आरोपी फरार है।
राशन घोटाले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी गौरव तिवारी ने 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया है ।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले में आरोपी निगम के स्वास्थ्य निरीक्षक रविन्द्र ठक्कर और पोर्टल ठेकेदार यशवंत गंग की गिरफ्तारी पर पुलिस द्वारा दस हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
10 करोड़ का घोटाला
शहर की राशन दुकानों पर बडी संख्या में फर्जी गरीबी राशन कार्डो के आधार पर सस्ता राशन बेचे जाने की शिकायतें मिलने के बाद तत्कालीन कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने 26 अप्रैल 2017 को राशन दुकानों की जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान जांच दलों ने एक-एक राशन दुकानों पर पहुंच कर राशन कार्डों को सत्यापित करने का काम किया। करीब आठ महीने चली जांच में हजारों की संख्या में फर्जी परिवारों का पता चला, जिनके नाम पर गरीबी रेखा के राशन कार्ड बनाए गए थे और सस्ता अनाज इन राशन कार्डो के नाम पर आवंटित कर खुले बाजार में महंगे दामों पर बेचा जा रहा था। जांच के दौरान हर राशन की दुकान में औसत 1 करोड़ से ज्यादा का घोटाला मिला । कुल 8 दुकानों की जांच की गई जिसमें 9.80 करोड़ का घोटाला सामने आया था। इस मामले में जांच के बाद खाद्य एनं निगम में पदस्थ अधिकारियों सहित आठ राशन दुकान संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
आठ राशन दुकानों की जांच में कुल 9 करोड 80 लाख रुपए का घोटाला सामने आया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर 14 जनवरी 2018 को तत्कालीन शहर एसडीएम अनिल भाना ने स्टेशन रोड थाने पर पहुंच कर मामले में शामिल शासकीय अधिकारियों व राशन दुकान संचालकों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया था।