November 25, 2024

रात में महापूजा, सुबह दुल्हे को मुकूट सजा

उज्जैन,21फरवरी( इ खबरटुडे)।। महाशविरात्रि के दूसरे दिन मंगलवार को बाबा महाकाल को सुबह दुल्हे के रूप में श्रृंगार कर सजाया गया। उनके दर्शनों के लिए बराबर श्रृध्दालुआें का सैलाब उमड़ता रहा। रात भर की पूजा के बाद सुबह बाबा को दुल्हा बनाया गया।  इसके बाद निरंकार स्वरूप में भस्मारती    की गई।

महाशिवरात्रि की रात 11 बजे से बाबा महाकाल के गर्भ गृह में 11 पंडितों ने महापूजा की शुरूआत की विशेष अभिषेक और पाठ इस दौरान किये गये। निंरतर 6 घंटे तक यह महापूजा चलती रही। तड़के बाबा को सजाने का क्रम शुरू हुआ। इसके बाद बाबा दुल्हा स्वरूप में सामने  आये तो श्रध्दालु जय महाकाल का उदघोष किये  बगैर नहीं रह सके।

सप्तधान्य मुखोटा

मंदिर सूत्रों के अनुसार तड़के बाबा को सप्तधान्य मुखोटा  सजाया गया। इसमें सात प्रकार के अनाज का बाबा को श्रृंगार किया गया। इस पर सवामन फूल ओर फल से बाबा का मुकूट सजाया गया था। दुल्हे का मुकूट देखते ही बन रहा था।

हर श्लोक पर बिल्वपत्र अर्पण

रात्रि में महापूजा के दौरान बाबा महाक ाल के समक्ष अभिषेक किये जा रहे थे। 11 पंडित गर्भगृह में पं. घनश्याम पुजारी की अगुवाई में श्लोक पाठ का वाचन करते हुए हर श्लोक के बाद बाबा महाकाल के शविलिंग पर बिल्व पत्र अर्पण कर रहे थे। यह क्रम करीब 6 घंटे तक अलग-अलग प्रकार के अभिषेक और अर्पण से चला ।

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