November 23, 2024

राग रतलामी- इंतजामिया की बडी मैडम जी की बिदाई और नए साहब के आने की आहट,अफसरों को नए सिरे से करना होगी जमावट

-तुषार कोठारी

रतलाम। लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार इंतजामियां की बडी मैडम जी की बिदाई का वक्त आ गया। सूबे की सरकार ने उन्हे अब पूरे सूबे की नगर पालिकाओं और नगर निगमों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दे दी है। उन्हे बिदाई देने के लिए फूल छाप के कई सारे नेता पिछले कई दिनों से कोशिशों में लगे थे। फूल छाप के नेताओं का मानना था कि मैडम जी पंजा पार्टी के नेताओं को ज्यादा तरजीह दे रही थी। फूल छाप के नेताओं ने सूबे के मुखिया मामा जी को लिखित में शिकायत भी भेजी थी। फूल छाप के नेता शिकायत भेजने के बाद भी उसका असर नहीं होने से परेशान और नाराज थे। लेकिन आखिरकार सरकार ने सुनवाई कर ली और मैडंम जी को नई जिम्मेदारी सौंप दी। मैडम जी के जाने के बाद अब इंतजामियां में एक मैडम कम हो जाएगी,वरना अब तक तो पूरा इंतजामियां मैडमों के ही हवाले था। एक नम्बर से लगाकर तीन और चार नम्बर तक मैडमे ही जमी हुई थी। इंतजामियां में साहब लोग तो इक्के दुक्के ही बचे थे। जिले के कुछ दूसरे महकमे भी इन दिनों मैडमों के हवाले है। लोग तो कहने लगे थे कि जिला अब पिंक जिला बन गया है,जिसमें हर खास ओहदे पर मैडमे ही मौजूद है।

लेकिन अब नए साहब के आने से यह सीन बदल जाएगा। इंतजामियां की बागडोर अब साहब संभालेंगे। नए साहब,रतलाम से अच्छी तरह से वाकिफ है। उन्होने अपना लम्बा वक्त इसी जिले में गुजारा है। वे इंतजामियां में बतौर एसडीएम और नगर निगम में आयुक्त के रुप में जिम्मेदारियां निभा चुके है,इसलिए वे अच्छे से जानते है कि इस जिले की जरुरतें क्या है और यहां क्या किए जाने की जरुरत है। शहर के बाशिन्दों से भी उनकी अच्छी वाकफियत है। ऐसे में ज्यादातर लोगों को उम्मीद है कि जिले के लिए उनका आना खुशकिस्मती ही साबित होगा।
उधर जिला इंतजामियां में अब तक मैडम जी के खास समझे जाने वाले अफसर और बाबू कुछ चिन्ता में है। उनके लिए चुनौती यह है कि अब उन्हे नए सिरे से जमावट करना पडेगी। चौथे नम्बर के अफसर,मैडम जी के खास होने की बदौलत दूसरे नम्बर जैसी हैसियत बनाए हुए थे,इसलिए जमकर चौके छक्के जडते रहे थे। लेकिन नए साहब के आने से उनकी हैसियत में फर्क पडने का पूरा खतरा है।

दावेदारों की खींचतान…………

शहर के उनचास वार्डो के आरक्षण घोषित होने के बाद दोनो ही पार्टियों के दावेदारों में टिकट की खींचतान अब शुरु हो गई है। सबसे बडा संघर्ष पटरी पार वाले इलाके में सामने आने वाला है। एक से लगाकर तेरह नम्बर तक के वार्डो में केवल एक ही सामान्य वार्ड निकला है। पूरे इलाके में दोनो ही पार्टियों में इस वार्ड के लिए दर्जनों दावेदार मौजूद है। यही हाल दूसरे सामान्य वार्डो का भी है। हांलाकि चुनाव को लेकर अभी सबकुछ साफ नहीं है। फिलहाल तो महापौर के पदों का आरक्षण भी नहीं हुआ है। माना यह जा रहा है कि रतलाम में महापौर का पद पिछडा पुरुष के खाते में जाएगा। कई सारे नेता इस पर भी नजरें गडाए बैठे है। सभी तारीखों के एलान के इंतजार में है और यह इंतजार कितना लम्बा चलेगा कोई नहीं जानता।

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