रमजान की शुरुआत को लेकर भ्रम की स्थिति बनी
शहर काजी ने हटाया नायब काजी आसिफ अली को
रतलाम,२१ जुलाई(इ खबरटुडे)। रमजान के पाक महीने की शुरुआत में ही नायब काजी के कारण भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई। भ्रम की स्थिति निर्मित होने के बाद बीती रात करीब डेढ बजे शहर काजी खुर्शीद अली ने दो नायब काजियों में से एक नायब काजी आसिफ अली को उनके पद से मुक्त कर दिया। नायब काजी को पद से हटाए जाने के बाद कतिपय मुस्लिम नेताओं ने इस फैसले के खिलाफ बयानबाजी भी शुरु कर दी। हांलाकि इन नेताओं ने अपने नाम उजागर नहीं किए हैं।
रमजान की शुरुआत चांद के नजर आने से होती है। शुक्रवार देर रात तक रमजान के शुरु होने और ना होने को लेकर उहापोह का माहौल बना रहा। रात करीब डेढ बजे नायब काजी आसिफ अली ने शनिवार को रमजान प्रारंभ होने की घोषणा कर दी थी। मस्जिदों में शनिवार को रमजान प्रारंभ होने की घोषणा होने के कुछ ही समय पश्चात शहर काजी खुर्शीद अली की ओर से यह स्पष्टीकरण आया कि रमजान शनिवार को शुरु नहीं होगा,बल्कि रविवार से शुरु होगा। इसी के साथ शहर काजी खुर्शीद अली की ओर से नायब काजी आसिफ अली को पद से हटाए जाने की जानकारी भी सामने आई। रमजान की शुरुआत को लेकर रातभर जद्दोजहद का माहौल बना रहा।
शनिवार सुबह शहर काजी खुर्शीद अली के निर्णय पर कतिपय नेताओं द्वारा नुक्ताचीनी शुरु कर दी गई। कतिपय समाचार पत्रों के कार्यालयों में म.प्र. मुस्लिम मजलिसे मुशावरत के सचिव के हस्ताक्षरों से जारी एक बयान में कहा गया है कि शहर काजी खुर्शीद अली ने अपने कार्यकाल में कई सराहनीय कार्य किए लेकिन अब उनकी आयु ९५ वर्ष की हो गई है और वे बेसुध रहते है। इसी बात का फायदा कुछ स्वार्थी लोग उठा रहे है। इस बयान में यह भी कहा गया है कि शहर काजी के परिवार में कोई भी योग्य व्यक्ति नहीं है। शहर काजी का पद सम्पन्न,योग्य,शिक्षित तथा काजी एक्ट के अनुसार म.प्र.काजी कौंसिल द्वारा किया जाता है। इसमें स्थानीय मुस्लिम संस्थाओं की सिफारिशें भी देखी जाती है। इस बयान में कहा गया है कि रतलाम शहर की तमाम मुस्लिम तंजीमों,बुध्दिजीवियों,समाज के रहनुमाओं,मुस्लिम मस्जिद ए मुशावरत,जमीयते उलमा,अंजुमन और मुस्लिम लीडरों की सहमति और सिफारिशों पर शीघ्र ही नए शहर काजी की नियुक्ति की जाएगी।
हांलाकि इस विवादास्पद प्रेस बयान पर न तो किसी नेता का नाम लिखा है और ना ही उक्त बयान किसी संस्था के लेटरपेड पर जारी किया गया है। बयान के नीचे किसी व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षर किए गए है और बयान को म.प्र.मुस्लिम मजलिसे मुशावरत के सचिव की ओर से जारी बताया गया है।
उल्लेखनीय है कि शहर काजी का पद वंशानुगत होता है और इस पद पर काजी परिवार के ही किसी योग्य व्यक्ति की नियुक्ति की जाती है। रतलाम शहर काजी खुर्शीद अली ने रतलाम में अपने परिवार के दो व्यक्तियों एहमद अली तथा आसिफ अली को नायब काजी नियुक्त किया था। एहमद अली विगत चार पांच वर्षों से ईदगाह पर ईद की नमाज पढाने और शहर काजी के अन्य कत्र्तव्यों का निर्वहन करते रहे है। दूसरे नायब काजी आसिफ अली को शहर काजी खुर्शीद अली द्वारा नायब काजी नियुक्त तो किया गया था,लेकिन उन्हे कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई थी। गत रात्रि हुए घटनाक्रम के बाद आसिफ अली को अधिकृत तौर पर नायब काजी के पद से मुक्त कर दिया गया है।