रतलाम : पावर और आरएसी/ टीएल मर्जिंग के प्रस्ताव को लेकर विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने मौन रहकर किया विरोध
रतलाम ,20 जून (इ खबरटुडे)।मंडल कार्यालय द्वारा पावर आरएसी /टीएल को आपस में मर्ज करने के प्रस्ताव को लेकर पावर कार्यालय के बाहर लंच टाइम पर कर्मचारियों ने मौन रखें अपना विरोध दर्ज कराया। कर्मचारियों ने मास्क बांधकर व सामाजिक दूरी का पालन करते हुए विरोध में भाग लिया। इस प्रस्ताव को तुरंत वापस लेने की मांग की
वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ की शाखा अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने बताया कि विद्युत पावर का कार्य आरएसी /टीएल का कार्य पूरी तरह से अलग है। दोनों में तकनीकी रूप से समानता भी नहीं है ,ऐसे में इन्होंने कैटेगिरी को आपस में मर्ज करना तर्क संगत नहीं है।
चौधरी ने बताया कि लगभग 20 सालों से जो कर्मचारी या सामान्य विद्युत का काम कर रहे हैं वह टीएल और आरएसी का काम करने में सक्षम नहीं होंगे। ऐसा होने पर दुर्घटनाओं के होने की संभावना बढ़ेगी इसके साथ ही मर्ज होने से सुपरवाइजर का हेरेसमेंट भी बढ़ जाएंगे। कर्मचारियों ने बताया कि पावर रतलाम में कई पद रिक्त पड़े हैं जिसके कारण कार्य का लोड कर्मचारियों पर पड़ रहा है, साथ ही पावर में सीनियर टीसीएन, टीसीएन 1 प्रमोशन लंबित है , कर्मचारियों ने बताया कि हमे मर्जिंग नहीं प्रमोशन चाहिए।
इस विरोध प्रदर्शन में संजीव वोहर, रमेश,विनोद कुमार , जगदीश , मोहसिन खान, मोहम्मद सलीम, ईश्वर लाल, निप्पू राम मीणा, तिलक कैथवास, दीपक साहू ,संदीप बोरासी ,योगेश ,अनूप शर्मा ,गोपाल लोधा, कमला देवी, हरेंद्र यादव ,अशोक टंडन, कमलेश मोठिया ,दिनेश मीणा ,मुनिराज मीणा आदि मौजूद थे।
कर्मचारियों की मांग जायस
कर्मचारियों की मांग हर तरह से जायस है। क्यों की दोनों सैक्शन की कार्यप्रणाली अलग-अलग है। इस लिए ऐसा नहीं होने देंगे। इसके लिए आवश्यकता लगी तो मुख्यालय में भी लड़ेंगे –बी.के गंर्ग मण्डल मंत्री वे.रे.म.स