मुख्यमंत्री श्री चौहान को सभी वर्ग, धर्म, समाज की बहनों ने बाँधी राखी
बँधनमुक्त मना रक्षा-बंधन पर्व
भोपाल 18 अगस्त(इ खबरटुडे)।परम्परागत गरिमा के साथ धर्म, वर्ग, सम्प्रदाय के बंधनों से मुक्त रक्षा-बंधन का पर्व आज मुख्यमंत्री निवास में धूमधाम से मनाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एस.ओ.एस. बाल ग्राम, खेल अकादमी, प्रजापिता बह्माकुमारी समाज सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों, दिव्यांग सहित बड़ी संख्या में महिलाओं ने रक्षा-सूत्र बाँधे।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, सहकारिता राज्य मंत्री विश्वास सारंग, महापौर आलोक शर्मा, विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, पूर्व महापौर श्रीमती कृष्णा गौर सहित बड़ी संख्या में माताएँ, बहनें और बेटियाँ उपस्थित थी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रक्षा-बंधन का पर्व स्नेह, आत्मीयता, अपनत्व का प्रतीक है। यह रक्षा-सूत्र तक सीमित नहीं रहना चाहिये। व्यवहार में भी दिखाई देना चाहिए। इसी भाव से महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक सशक्तिकरण के लिए सरकार ने अनेक योजनाएँ लागू की हैं। प्रयास है कि महिलाओं के हाथों में शासन के सूत्र भी हो। उद्योग, व्यवसाय के क्षेत्र में भी वे आगे बढ़े। महिलाओं को शासकीय सेवाओं में आरक्षण और स्व-सहायता समूहों के माध्यम से इस दिशा में तेजी से प्रयास जारी है।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 23 लाख बेटियाँ लाड़ली लक्ष्मी है। पाँचवीं से छठी कक्षा में प्रवेश करने वाली लाड़ली लक्ष्मियों को 2 हजार रूपये प्रदाय किये जा रहे हैं। सरकार ने 7 हजार 600 करोड़ रूपये जमा कराए है। जब ये लाड़ली लक्ष्मियाँ 21 वर्ष की होगी तो उनको एक लाख 18 हजार रूपये मिलेंगे। कुल 27 हजार 600 करोड़ रूपए की राशि प्रदाय की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माताओं, बहनों, बेटियों की आँख में आँसू नहीं रहने देंगे। उनके विकास और सशक्तिकरण के लिए सभी जरूरी प्रयास किये गये हैं। आगे भी किए जाऐंगे ताकि महिलाएँ देश-प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सके।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर प्रतिभावान विद्यार्थियों को जाति वर्ग के भेदभाव से मुक्त सहायता दिये जाने के सरकार के निर्णय के संबंध में सुझाव भेजने का भी अनुरोध किया।