माणकचौक पुलिस थाने का नया भवन मॉडल मेट्रो थाने की तर्ज पर बनाया जाएगा-एडीजीपी श्री जैन
एडीजीपी श्री जैन ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए पुलिस विभाग से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी
रतलाम,22अक्टूबर(इ खबरटुडे)। शहर के माणकचौक पुलिस थाने का नया भवन बनेगा और यह थाना भवन मॉडल मेट्रो थाने की तर्ज पर बनाया जाएगा। प्रदेश में अगलेे पांच वर्षो में 25 हजार पुलिस आवास बनाने का प्रस्ताव है।यह बात प्रदेश के एडीजीपी योजना, वित्त और प्रबंधन पवन जैन ने शनिवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
शनिवार को पुलिस जवानों के आवास एवं अन्य योजनाओं के सिलसिले में रतलाम आए एडीजीपी श्री जैन ने शाम को पुलिस नियंत्रण कक्ष पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए पुलिस विभाग से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी।उन्होने बताया कि रतलाम का माणकचौक थाने का भी नया भवन बनाया जाना है। माणकचौक थाने को भोपाल के टीटी नगर थाने की तर्ज पर माडल मेट्रों थाना बनाने की योजना है। इसके लिए रतलाम पुलिस अधीक्षक प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे और हम उसे जल्द से जल्द स्वीकृत कराने का प्रयास करेगें।
पांच वर्षो में बनेंगे 25 हजार पुलिस आवास
एडीजीपी पवन जैन ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में 60 प्रतिशत पुलिसकर्मयों के पास पुलिस आवास नहीं है। पुलिस विभाग का प्रयास सभी पुलिसकर्मियों को आवास की व्यवस्था करना है और यह भी प्रयास है कि यह आवास पुलिस थानों के पास हो। इसके लिए प्रतिवर्ष पांच हजार और अगले पांच वर्षो में 25 हजार पुलिस आवास बनाने का प्रस्ताव है, जिसे जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। रतलाम में भी 150 नए पुलिस आवास बनना है।
शहरो में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
एडीजीपी पवन जैन ने कहा कि प्रदेश के 61 शहरों में आंतरिक सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है। शहरों के भीड़भाड़ वाले और प्रमुख क्षैत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएगें। इसके लिए प्रक्रिया शुरु भी हो गई है। पहले चरण में 11 शहरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है, जो नवम्बर से काम करना शुरु कर देंगे। उन्होने कहा कि प्रदेश के सभी थानों को भी सीसीटीवी कैमरे से जोड़ दिया गया है। पहले चरण में 276 थानों मे सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके है। दुसरे चरण में 600 थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाना है।
पुलिस विभाग में 45 नई योजनाएं
एडीजीपी पवन जैन ने बताया कि प्रदेश में पुलिस विभाग में 45 नई योजनाएं चल रही है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण योजना डायल 100 है। पिछले साल शुरु हुई इस योजना को नवम्बर में एक वर्ष पुरा हो जाएगा। यह योजना काफी सफल रही है और यहीं कारण है कि इसे पुरे देश में लागू किया जा रहा है। आठ राज्य तो इस योजना को इसी रुप में अपना रहे है। उन्होने कहा कि डायल 100 योजना में प्रतिदिन 35 से 40 हजार काल आ रहे है। आम लोगों की पहले प्रमुख रुप से दो शिकायते रहती थी कि उन्हे मुश्किल में पढने पर थाने जाना पड़ता था और पुलिस के व्यवहार को लेकर। लेकिन अब फोन करने के कुछ ही देर में पुलिस मदद चाहने वाले तक पहुंच जाती है। उन्होने बताया कि शहरो में डायल 100 का रिस्पांस टाइम 7 से 10 मिनीट का है। ग्रामीण क्षेत्रों में दुरी के हिसाब से समय लग रहा है, इसे और सुविधा जनक करने का प्रयास चल रहा है। पत्रकारों से चर्चा के अवसर पर डीआईजी एस.पी.सिंह, एसपी अविनाश शर्मा, एएसपी
डां. प्रशांत चौबे भी मौजुद थे।
रतलाम में किया दौरा
अपने दो दिवसीय रतलाम दौरे के दौरान एडीजीपी योजना, प्रबंधन और वित्त पवन जैन ने पहले दिन शनिवार को रणजीत पुलिस लाइन का निरीक्षण किया और पुलिस आवास को देखा। इसके अलावा उन्होने स्टेशन रोड थाने भवन के पीछे बनने वाले नवीन आधुनिक पुलिस नियंत्रण कक्ष स्थल को भी देखा। श्री जैन ने दिनदयाल नगर थाने के लिए स्थान भी देखा। इस दौरान उनके साथ डीआईजी एस.पी.सिंह, पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा और एएसपी डां. प्रशांत चौबे थे।