December 24, 2024

महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह द्वारा आँगनवाड़ियों का औचक निरीक्षण

mayasingh

भोपाल,9 जनवरी(इ खबरटुडे)। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने आज भोपाल जिले की आँगनवाड़ियों का औचक निरीक्षण किया। श्रीमती सिंह ने ग्रामीण क्षेत्र के लाऊखेड़ी के आँगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 117, 43, 70 और शहरी क्षेत्र के मोतिया पार्क केन्द्र क्रमांक 170 का निरीक्षण किया। उन्होंने केन्द्रों पर उपस्थित बच्चों से ही उनकी गतिविधियों के बारे में पूछा।

श्रीमती सिंह ने बच्चों से जाना कि वे केन्द्र पर प्रतिदिन आते है या नहीं। उन्हें मिलने वाला नाश्ता, खाना अच्छा लगता है या नहीं। श्रीमती सिंह और बच्चों की चर्चा में बीच में बोलने वालों को डाँट का सामना भी करना पड़ा। श्रीमती सिंह ने कहा कि वह बच्चों से स्वयं जान लेंगी। बच्चों ने प्रतिदिन आने और अच्छे खाने की बात स्वीकार की।

श्रीमती सिंह ने वहाँ के विभिन्न तरह के रजिस्टर की जाँच की। सबला योजना में बालिकाओं की गतिविधियों की भी जानकारी हासिल की। उन्होंने सखी-सहेली से भी चर्चा की और शासन से अपेक्षा के बारे में भी पूछा। उन्होंने केन्द्रों की रसोई और शौचालय की साफ-सफाई आदि व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया।

टीचर बन कर बैठी थी सौम्या

श्रीमती माया सिंह जैसे ही लाऊखेड़ी की आँगनवाड़ी पहुँची। केन्द्र के आँगन का दृश्य देखने लायक था। चबूतरे पर बैठी सौम्या यादव टीचर और फर्श की चटाई पर कई बच्चे। श्रीमती सिंह अनायास ही उनकी ओर खींची चली गई और उससे बातचीत की। श्रीमती सिंह को उसने कविता सुनाई।

राहुल के आत्म-विश्वास की प्रशंसा

श्रीमती माया सिंह ने जैसे ही पूछा कि कविता आती है, सब बच्चों ने कहा हाँ। लेकिन आँगनवाड़ी का एक बालक तुरंत उठ खड़ा हो गया और बिना पूछे ही पूरी कविता सुनाई। श्रीमती माया सिंह ने राहुल की कविता और उसके आत्म-विश्वास की प्रशंसा की। इसी प्रकार बच्चों ने 1 से 20 तक गिनती सुनाई और पूछने पर बताया कि उन्हें 100 तक की गिनती आती है। श्रीमती माया सिंह ने किशारी बालिकाओं से भी चर्चा की।

श्रीमती सिंह ने आँगनवाड़ी केन्द्र-70 में जन्म के समय कुपोषित बच्चे का वजन आज 8 किलो होने पर खुशी जाहिर करी। बच्चे का वजन जन्म के समय डेढ़ किलो था और अब लगभग 2 साल बाद उसका वजन 8 किलो हुआ। श्रीमती सिंह ने आँगनवाड़ी में सामुदायिक भागीदारी की भी सराहना की।

निरीक्षण के समय भोपाल डिवीजन के संयुक्त संचालक प्रवीण गंगराड़े, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती नकी जहाँ कुरैशी, परियोजना अधिकारी राहुल संधीर भी मौजूद थे।

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