November 23, 2024

‘मन की बात’ में बोले PM मोदी- संस्कृत के ऑनलाइन कोर्स पर विचार

नई दिल्ली, 25 मार्च (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित किया. ये मन की बात का 42वां संस्करण है. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कोमल ठक्कर नाम के व्यक्ति की तरफ से आए संस्कृत के ऑन लाइन कोर्स शुरू करने पर अपनी राय रखी. पीएम मोदी ने बताया, ‘कोमल जी संस्कृत के प्रति आपका प्रेम देखकर बहुत अच्छा लगा. मैंने सम्बंधित विभाग से इस ओर हो रहे प्रयासों की जानकारी आप तक पहुंचाने के लिए कहा है. ‘मन की बात’ के श्रोता जो संस्कृत को लेकर कार्यरत रहते हैं, वो भी विचार करें कि कोमल जी के सुझाव को कैसे आगे बढ़ाया जाए. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी मन की बात कार्यक्रम में कई ऐसे लोगों का उल्लेख किया जिन्होंने समाज में अपना योगदान कुछ अलग काम करके दिया है. उन्होंने कानपुर के डॉक्टर से लेकर असम के रिक्शा चालक का जिक्र किया जिनके सरोकार से समाज को फायदा पहुंच रहा है.

उनकी कही मुख्य बातें –

– उद्योगों का विकास शहरों में ही संभव होगा यही सोच थी जिसके कारण डॉ० बाबा साहब आम्बेडकर ने भारत के शहरीकरण, अरबनाइजेशन पर भरोसा किया.

– आज भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक ब्राइट स्पॉट के रूप में उभरा है और पूरे विश्व में सबसे ज़्यादा एफडीआई भारत में आ रहा है. पूरा विश्व भारत को निवेश इनोवेशन और विकास के लिए हब के रूप में देख रहा है.

– पीएम ने कहा, आज देश में #MakeInIndia का अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है तो डॉ आम्बेडकर जी ने इंडस्ट्रीयल सुपर पावर के रूप में भारत का जो एक सपना देखा था- उनका ही विजन आज हमारे लिए प्रेरणा है.

– 14 अप्रैल डॉ बाबा साहब आम्बेडकर की जन्म-जयंती है. वर्षों पहले डॉ बाबा साहब आम्बेडकर ने भारत के औद्योगिकीकरण की बात कही थी.

– देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है. टीबी से मुक्ति पाने के लिए हम सबको सामूहिक प्रयास करना होगा.

– मौजूदा 479 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों की संख्या बढ़ाकर लगभग 68 हज़ार कर दी गई हैं. विभिन्न राज्यों में नए एम्स खोले जा रहे हैं. हर 3 ज़िलों के बीच एक नया मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा.

– पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि हृदय-रोगियों के लिए हार्ट स्टेंट की कीमत 85% तक कम कर दी गई है. नी इंप्लांट (घुटने का प्रत्यारोपण) की क़ीमतों को भी नियंत्रित कर 50 से 70% तक कम कर दिया गया है.

– पीएम ने कहा, मेरे योग करते हुए 3डी एनीमेटेड वीडियो बनाए गए हैं. मैं यह वीडियो, शेयर करूँगा ताकि हम साथ-साथ आसन, प्राणायाम का अभ्यास कर सकें.
– पीएम ने कहा, प्रीवेंटिव हेल्थ केयर के रूप में योग ने, नये सिरे से दुनिया-भर में अपनी पहचान बनाई है. योग, फिटनेस और वेलनेस दोनों की गारंटी देता है.

– पिछले लगभग 4 सालों में सेनीटेशन कवरेज दोगुना होकर करीब (80%) हो चुका है। इसके अलावा, देश-भर में हेल्थ वेलनेस सेंटर बनाने की दिशा में व्यापक स्तर पर काम हो रहा है.

– देश में स्वास्थ्य से जुड़ा हर काम जहाँ पहले सिर्फ हेल्थ मिनिस्ट्री की ज़िम्मेदारी होती थी, वहीं अब सारे विभाग और मंत्रालय, राज्य सरकारें साथ मिलकर स्वस्थ-भारत के लिए काम कर रहे हैं और प्रीवेंटिव हेल्थ के साथ-साथ अफोर्डेबल हेल्थ के ऊपर ज़ोर दिया जा रहा है.

– स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में आज देश कानवेश्नल अप्रोच से आगे बढ़ चुका है.

– देश कैसे यह उत्सव मनाये? आप सबसे मेरा आग्रह है, आप MyGov के माध्यम से इस पर अपने विचार सबके साथ शेयर करें. ‘गाँधी 150’ का लोगो क्या हो? स्लोगन या मंत्र या घोष-वाक्य क्या हो? इस बारे में आप अपने सुझाव दें.

– इसके अलावा, किसानों को फसल की उचित कीमत मिले इसके लिए देश में एग्रीकल्चर मार्केटिंग रिफॉर्म पर भी बहुत व्यापक स्तर पर काम हो रहा है.

– इस साल के बजट में किसानों को फसलों की उचित क़ीमत दिलाने के लिए एक बड़ा निर्णय लिया गया है.

– मेघालय और वहाँ के किसानों की मेहनत ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया, कम क्षेत्रफल वाले इस राज्य ने बड़ा काम करके दिखाया है.

– पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित कृषि-उन्नति-मेले में गया था. वहाँ कृषि से जुड़े अनेक अनुभवों को जानना, समझना, कृषि से जुड़े इनोवेशंस के बारे में जानना- ये सब मेरे लिए एक सुखद अनुभव था.

– डॉ० राम मनोहर लोहिया ने तो हमारे किसानों के लिए बेहतर आय, बेहतर सिंचाई-सुविधाएँ और उन सब को सुनिश्चित करने के लिए और खाद्य एवं दूध उत्पादन को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर जन-जागृति की बात कही थी.

– लाल बहादुर शास्त्री जी पेड़, पौधे और वनस्पति के संरक्षण और बेहतर कृषि-ढांचे की आवश्यकता पर अक्सर ज़ोर दिया करते थे.

– मिट्टी, खेत-खलिहान और किसान से महात्मा गाँधी को कितना लगाव था, ये भाव उनकी इस पंक्ति में झलकता है-‘To forget how to dig the earth and to tend the soil, is to forget ourselves.’ यानी, धरती को खोदना और मिट्टी का ख्याल रखना अगर हम भूल जाते हैं, तो ये स्वयं को भूलने जैसा है.

– महात्मा गाँधी, शास्त्री जी, लोहिया जी, चौधरी चरण सिंह जी, चौधरी देवीलाल जी, सभी ने कृषि और किसान को देश की अर्थव्यवस्था और आम जन-जीवन का एक अहम् अंग माना है.

– आज पूरे विश्व में भारत की ओर देखने का नज़रिया बदला है. आज जब, भारत का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है तो इसके पीछे माँ-भारती के इन बेटे-बेटियों का पुरुषार्थ छुपा हुआ है.

– आज पूरे विश्व में भारत की ओर देखने का नज़रिया बदला है। आज जब, भारत का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है तो इसके पीछे माँ-भारती के इन बेटे-बेटियों का पुरुषार्थ छुपा हुआ है.

– उत्तरप्रदेश की एक महिला अनेकों संघर्ष के बावजूद 125 शौचालयों का निर्माण करती है और महिलाओं को उनके हक़ के लिए प्रेरित करती है- तब मातृ-शक्ति के दर्शन होते हैं.

– इस तरह से रूपये जुटाकर 12 वर्षों के बाद, आख़िरकार सैदुल लस्कर ने कोलकाता के पास पुनरी गाँव में लगभग 30 बिस्तर की क्षमता वाला अस्पताल तैयार करवाया, यह है न्यू इंडिया की ताक़त है.

– सैदुल ने अपने इस मिशन में घर के गहने बेचे, दान के ज़रिये रूपये इकट्ठे किये. उनकी कैप में सफ़र करने वाले कई यात्रियों ने दिल खोलकर दान दिया.

– 13 साल पहले, समय पर इलाज़ न मिलने के कारण कोलकाता के कैब-चालक सैदुल लस्कर की बहन की मृत्यु हो गयी, तब उन्होंने अस्पताल बनाने की ठान ली ताकि इलाज़ के अभाव में किसी ग़रीब की मौत न हो.

-पीएम ने कानपुर के डॉक्टर अजीत मोहन चौधरी की कहानी सुनने को मिली कि वो फुटपाथ पर जाकर ग़रीबों को देखते हैं और उन्हें मुफ़्त दवा भी देते हैं, इससे देश के बन्धु-भाव को महसूस करने का अवसर मिला.

-पीएम नरेंद्र मोदी ने असम के रिक्शा चालक अहमद अली का जिक्र किया जिन्होंने गरीबों के बच्चों के लिए 9 स्कूल बनवाएं. पीएम ने कानपुर के एक डॉक्टर का जिक्र किया जो लोगों को मुफ्त में इलाज की सुविधा दे रहे हैं.

– उन्होंने कहा कि लोगों के लिए राम और रामायण आज भी लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज में फिट इंडिया के बारे में बात करूंगा. स्वास्थ्य पर विस्तार से बात करूंगा.

‘मन की बात’ रविवार सुबह 11 बजे ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर प्रसारित होता है. पीएम मोदी आज 42वीं बार ‘मन की बात’ के तहत देश की जनता को संबोधित करेंगे.

टिप्पणिया
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने लाल बत्ती और वीआईपी कल्चर के खिलाफ अपने विचार रखे थे. इससे पहले वह न्यू इंडिया पर देश की जनता को संबोधित किया था. बच्चों से जुड़े कई मुद्दों पर पीएम मोदी अपनी बात रख चुके हैं. आपदा प्रबंधन पर भी पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम से अपनी बात रखी है.

पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में हर बार आम व्यक्ति से जुड़ी कोई महत्वपूर्ण गतिविधि को केंद्रित करते हैं और इसके लिए सभी देशवासियों से विषय और सुझाव आमंत्रित करते हैं. वह देशवासियों की टिप्पणियों को अपने इस लोकप्रिय कार्यक्रम में शामिल भी करते हैं. बता दें, पीएम इससे पहले अर्थव्यवस्था, नशाखोरी, भ्रष्टाचार, किसानों की समस्या जैसे मुद्दों पर मन की बात कार्यक्रम का आयोजन कर चुके हैं. आकाशवाणी सभी क्षेत्रीय भाषाओं में इसका सीधा प्रसारण करता ह

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