मध्यप्रदेश की अनूठी मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना प्रारंभ
राज्य शासन तथा रेलवे के मध्य एम.ओ.यू.
भोपाल 09 अगस्त (इ खबर टुडे)मध्यप्रदेश में लागू देश में अपने तरह की अनूठी और हर आम-ओ-खास की धर्म-स्थलों में जाने की दिली तमन्ना से जुड़ी मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना का बुधवार को यहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विशेष उपस्थिति में राज्य शासन और भारतीय रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कार्पोरेशन के बीच एम.ओ.यू. हुआ। एम.ओ.यू. पर राज्य शासन की ओर से प्रमुख सचिव राजस्व एवं धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग बसंत प्रताप सिंह तथा रेलवे की ओर से आई.आर.टी.सी. के ग्रुप जनरल मैनेजर वीरेन्द्र सिंह ने हस्ताक्षर किये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस क्षण को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि धर्म इस देश का प्राण है। राज्य शासन भौतिक समृद्धि के साथ-साथ प्रदेशवासियों के आध्यात्मिक सुख के लिये भी प्रयत्नरत है। इस अवसर पर मुख्य सचिव आर. परशुराम भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीर्थ-दर्शन योजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना में इस वर्ष 60 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ-दर्शन करवाये जायेंगे। इस योजना की घोषणा वरिष्ठ नागरिक पंचायत में की गई थी। इसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को तीर्थ-दर्शन के लिये स्थान चिन्हित किए गए हैं। इसमें सर्वधर्म समभाव को ध्यान में रखते हुए सभी धर्मों के तीर्थ-स्थलों का चयन किया गया है। तीर्थ यात्रा की जिम्मेदारी रेलवे विभाग को सौपी गई है। आज हुए करारनामे के तहत रेलवे द्वारा तीर्थ यात्रियों के परिवहन, भोजन, बीमा, चिकित्सा, गाइड आदि की व्यवस्था की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह भी कहा कि प्रदेश की जीवनदायिनी, माँ नर्मदा को प्रदूषण मुक्त रखने का जन-अभियान आगामी देवउठनी ग्यारस से प्रारंभ किया जायेगा। अभियान की शुरूआत इस पवित्र नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से होगी तथा खम्भात की खाड़ी तक नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने का कार्य होगा।
मध्यप्रदेश सरकार की इस अभिनव मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में पहली ट्रेन 3 सितंबर, 2012 को हबीबगंज रेलवे स्टेशन से रामेश्वरम् के लिये रवाना होगी। प्रथम यात्रा में भोपाल एवं नर्मदापुरम् संभाग के भोपाल और होशंगाबाद सहित राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर, बैतूल तथा हरदा जिले के बुजुर्ग शामिल होंगे।
चयनित तीर्थ-स्थानों में श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री जगन्नाथपुरी, श्री द्वारकापुरी, हरिद्वार, अमरनाथ, वैष्णोदेवी, शिरडी, तिरूपति, अजमेर शरीफ, काशी (वाराणसी), गया, अमृतसर, रामेश्वरम्, सम्मेद-शिखर, श्रवण बेलगोला और वेलांगणी चर्च, नागापट्टनम् (तमिलनाडु) शामिल हैं।