मंदिरों की 10 एकड़ से ज्यादा कृषि भूमि की नीलामी पुजारी स्वयं कर सकेंगे
रतलाम,04अक्टूबर(इ खबर टुडे)।शासन द्वारा संधारित मंदिरों के पुजारियों का मानदेय तीन गुना बढ़ाकर 1500 रूपये कर दिया गया है। कम आय वाले पुजारियों को भी संबल योजना का लाभ मिलेगा। जिन मंदिरों के पास 10 एकड़ कृषि भूमि है, उसमें कृषि कार्य पुजारी स्वयं कर सकेंगे और इससे प्राप्त होने वाली आय से जीविकोपार्जन करेंगे।
मंदिरों की 10 एकड़ से ज्यादा कृषि भूमि की नीलामी पुजारी स्वयं कलेक्टर के प्रतिनिधि के मार्गदर्शन में कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां मुख्यमंत्री निवास पर ब्राह्मण समाज और पुजारी महासंघ के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के बाद इस आशय के निर्देश दिये। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को विभिन्न मुद्दों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने गंभीरतापूर्वक प्रस्तावों पर विचार कर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही के निर्देश दिये। राज्य शासन ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार आदेश जारी कर दिये गये हैं। पुजारियों ने मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता और उनकी पहल का स्वागत किया है।
पुजारियों को तीर्थ दर्शन योजना का लाभ
शासन संधारित मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति एवं उन्हें पृथक करने का अधिकार ग्राम सभा के बजाय अब अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के पास होगा। शासन संधारित मंदिरों के पुजारियों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ दिया जायेगा। इनके लिए आयु का बंधन नहीं होगा।
पुजारियों को 10 एकड़ की कृषि भूमि में कृषि कार्य करने के लिये कृषि ऋण के लिये पात्र बनाने के उद्देश्य से ऋण पुस्तिका जारी करने पर विचार किया जायेगा। पुजारियों का वर्ष में दो बार स्वास्थ्य परीक्षण कराया जायेगा। आवासहीन पुजारियों को अपने गांव या नगर में मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना या प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से मकान उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी।