भारत सरकार की नई शिक्षा नीति से बच्चों में कल्पना शक्ति व डेवलपमेंट का विकास होगा – गुमान सिंह डामोर
रतलाम,10 अक्टूबर (इ खबर टुडे)।भारत सरकार की नई शिक्षा नीति अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा एवं भारतीय शिक्षा के मध्य के गेप को दूर करने में सहायक होगी। इसमें प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल के विद्यार्थी भी तकनीकी शिक्षा का ज्ञान प्राप्त करेंगे।
उक्त विचार काटजू नगर स्थित सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर में अटल टिंंकरिंंग लैब के उद्धघाटन समारोह में आयोजित कार्यक्रम में रतलाम संसदीय क्षेत्र के सांसद गुमानसिंह डामोर ने व्यक्त किए ।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। नई शिक्षा से शिक्षा का स्तर एक समान होगा। उन्होंने नई शिक्षा नीति लागू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश के हितों की रक्षा करना ही सर्वोपरि है। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय के सभी भैया/ बहिनों को बधाई दी ।
सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के प्रांतीय अटल टिंकरिंग लैब प्रमुख अभिलाष ठाकुर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा अटल टिंंकरिंग लैब की शुरुआत का उद्देश्य बच्चों को बेसिक ज्ञान देना एवं प्रोजेक्ट परियोजना की शुरुआत के लिए की गई है।
मध्य प्रदेश में 800 विद्यालयों में इस लैब की स्थापना की जा चुकी है। विद्या भारती के 47 विद्यालयों को इस लैब का लाभ मिल चुका है ,जो बच्चों को प्रेरित करेंगे। विभाग समन्वयक महेंद्र भगत ने कहा कि अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से सन 2025 तक 20 लाख वैज्ञानिक बनाने का लक्ष्य रखा है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। अतिथि परिचय सरस्वती शिशु शिक्षा समिति के सचिव शेलेन्द्र सुरेका ने दिया। कार्यक्रम में सांसद गुमान सिंह डामोर, सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के अभिलाष ठाकुर, प्रांतीय कोषाध्यक्ष गोपाल काकानी, विभाग समन्वयक महेंद्र भगत, सरस्वती शिशु शिक्षा समिति अध्यक्ष गुमानमल नाहर मंचासीन रहे।
मंचासीन अतिथियों का स्वागत समिति के वरिष्ठ सदस्य सुरेंद्र सुरेका,जवाहर चौधरी, सुनील लाठी,विनोद मूणत, अशोक जैन,प्रतिमा सोनटक्के ,वीरेंद्र सकलेचा, मेघकुमार लुनिया, रशेष राठौर, मनीष सोनी,धीरज व्यास, डॉ रामेश्वर पाटीदार,राकेश नेमानी, ब्रजेन्द्रनंदन मेहता, सुहास चितले,प्राचार्य गोपाल शर्मा,प्रधानाचार्य अंतिम वर्मा ने किया।
इस गरिमामयी कार्यक्रम में संघ के रतलाम जिला संघचालक विरेन्द्र वाफगांवकर, प्रांतीय कम्प्यूटर प्रमुख महेंद्र चंदेल एवं समिति सदस्य एवं आचार्य परिवार उपस्थित रहा।
संचालन शीला सोन व आभार समिति सदस्य विस्मय चत्तर ने माना।