May 10, 2024

बुरहान की बरसी पर कश्मीर में आतंकी हमला,सीमा पार से फायरिंग में जवान शहीद

जम्मू-कश्मीर,08 जुलाई(इ खबरटुडे)।पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्‍टर में सीजफायर का उल्लंघन किया है। एलओसी पर पाक सेना की ओर से फायरिंग की गई, जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है। पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग में दो लोगों के मारे जाने की खबर आ रही है। इधर जम्मू कश्मीर के ही बांदीपुरा सेक्टर में आज सुबह आतंकी हमला हुआ, जिसमें दो जवानों के घायल होने की खबर मिल रही है।

पाक के सीजफायर में दो लोगों की मौत
पाकिस्तान द्वारा किए गए सीजफायर के उल्लंघन में दो लोगों की मौत हो गई है। पाकिस्तान ने रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया है। जानकारी के मुताबिक, सुबह साढ़े छह बजे से पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की जा रही है। फायरिंग में सेना के एक जवान और उसकी पत्‍नी की मौत हो गई। ये जवान छुट्टियों में अपने घरवालों से मिलने के लिए आया था।

बांदीपोर में आतंकी हमला
वहीं बांदीपोरा के हाजीन इलाके में आतंकवादी हमले में 2 जवान घायल हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक, आर्मी की पेट्रोलिंग पार्टी पर आंतकी ने अचानक हमला कर दिया। घायलों की संख्‍या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

आतंकवादी बुरहान वानी की बरसी आज
आतंकी और अलगाववादी संगठनों की ओर से आठ जुलाई को आतंकवादी बुरहान वानी की बरसी पर त्राल चलो के आह्वान को देखते हुए प्रशासन ने पूरी वादी में सुरक्षा प्रबंध बेहद कड़े कर दिए हैं। इंटरनेट व रेल सेवा को गुरुवार की शाम से ही अगले आदेश तक बंद रखने के साथ पूरी वादी में निषेधाज्ञा जारी रखने का फैसला लिया गया है। शरारती तत्वों और पत्थरबाजों की धरपकड़ जारी रखते हुए पुलिस ने शुक्रवार को करीब 50 लोगों को हिरासत में ले लिया।

सभी प्रमुख अलगाववादी नजरबंद
उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, शब्बीर शाह, नईम अहमद खान, हिलाल वार समेत सभी प्रमुख अलगाववादियों की नजरबंदी को प्रशासन ने और ज्यादा सख्त कर दिया है। बुरहान की बरसी पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में बैठे आतंकियों को पकड़ने के लिए पुलिस, सीआरपीएफ व सेना के जवानों ने अपने अभियान जारी रखते हुए शुक्रवार को लालचौक के साथ सटे केएमडी स्टैंड मैसूमा के अलावा सौरा, हारवन, बेमिना और पुलवामा, डाडसर, बिजबिहाड़ा, काजीगुंड, रेडवनी में कई जगह छापेमारी भी की।

पांच माह तक जारी रहा हिंसक प्रदर्शनों का दौर
गौरतलब है कि हिजबुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्वाय बन चुके आतंकी बुरहान को आठ जुलाई 2016 को सुरक्षाबलों ने उसके दो अन्य साथियों के साथ मुठभेड़ में मार गिराया था। उसकी मौत के बाद वादी में शुरू हुआ हड़तालों व हिंसक प्रदर्शनों का दौर लगभग पांच माह तक जारी रहा था। आतंकी व अलगाववादी संगठनों ने इस साल उसकी पहली बरसी पर कश्मीर में हफता ए शौहदा मनाने का एलान करते हुए हड़ताल, त्राल चलो और भारत विरोधी रैलियों का आह्वान किया है। इस दौरान आतंकियों द्वारा सुरक्षाबलों पर हमले करने की साजिश भी रची गई है।

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