बिहार में नक्सलियों का तांडव: स्टेशन पैनल फूंका, उपमुखिया की हत्या कर शव फेंका
भागलपुर,20 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। नक्सलियों ने आज यानि 20 दिसंबर को बिहार-झारखंड बंद का ऐलान कर रखा है। इससे पहले नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया है और मंगलवार की रात किऊल-भागलपुर रेलखंड पर मसुदन स्टेशन के केबिन पैनल को आग के हवाले कर दिया। साथ ही नक्सलियों ने चानन थाना क्षेत्र के संग्रामपुर पंचायत के उप मुखिया वीरेंद्र कोड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
मसुदन रेलवे स्टेशन के पैनल को आग के हवाले करने के बाद नक्सलियों ने दो रेलकर्मियों को अगवा कर पूरे दिन ट्रेन परिचालन बाधित रखने का एलान किया है। उनके इस आह्वान के मद्देनज़र किउल-जमालपुर-भागलपुर रेलखंड पर अगले आदेश तक के लिए आज रेल परिचालन बंद कर दिया गया है।
रेल खंड के मसुदन स्टेशन के केबिन पैनल में मंगलवार की आधी रात 15-20 की संख्या में नक्सलियों ने आग के हवाले करते हुए ड्यूटी पर रहे एएसएम मुकेश कुमार एवं पोर्टर नरेंद्र मडल को अगवा कर लिया है।
अगवा एएसएम के मोबाइल से ही लखीसराय डीएम के मोबाइल पर नक्सलियों ने मैसेज भेजकर दिन भर ट्रेनों का परिचालन बंद रखने अन्यथा दोनों रेलकर्मियों की हत्या कर दिए जाने की धमकी दी है। एसपी अरविन्द ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है। अभयपुर स्टेशन से ट्रेन परिचालन बंद रखने की घोषणा की गई है।
उपमुखिया वीरेंद्र कोड़ा की गोली मारकर हत्या
नक्सल प्रभावित चानन थाना क्षेत्र के संग्रामपुर पंचायत के उप मुखिया वीरेंद्र कोड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इससे पहले उसे अगवा कर लिया गया और गोलियों से उसके शरीर को छलनी कर हत्या के बाद लाश जंगल में फेंक दिया। वीरेंद्र कोड़ा भी पूर्व में नक्सली आरोप में जेल जा चुका है। ग्रामीण बता रहे हैं कि नक्सलियों ने ही घटना को अंजाम दिया है।
वीरेंद्र कोड़ा कछुआ गांव का रहने वाला था। नक्सलियों ने उसकी हत्या पुलिस मुखबिरी एवं संगठन के साथ धोखा देने के आरोप में की है। वीरेंद्र पूर्व में नक्सली आरोप में गिरफ्तार भी हो चुका है। हत्या को लेकर क्षेत्र में फिर से नक्सली खौफ है।
मजदूरों को नक्सलियों ने खदेड़ा
चन्द्रमंडी थानाक्षेत्र के घुटवे पंचायत के बालू घाट से अवैध रूप से बालू उठा रहें ट्रैक्टर ड्राइवर एवं मजदूर को 10-15 की संख्या में वर्दी एवं हथियार से लैस माओवादियों ने खदेड़ा।
दिल्ली जाने वाली फरक्का एक्सप्रेस को सुल्तानगंज में रोक दिया गया है। घटना के डेढ़ घंटे तक न जमालपुर रेल पुलिस मौके पर पहुंची और न ही आरपीएफ। हालांकि किऊल-जमुई सेक्शन पर सीआरपीएफ और पुलिस ने सर्च अभियान शुरू कर दिया।
बीस दिसंबर को नक्सलियों ने बंद का आह्वान किया है। इसको लेकर जमालपुर रेल एसपी शंकर झा ने शाम में ही टीम को अलर्ट रहने को कहा था। रात करीब साढ़े बारह बजे बीस की संख्या में नक्सली मसूदन स्टेशन पहुंचे और स्टेशन मास्टर के केबिन को घेर लिया। इसके बाद एएसएम को बाहर बुलाकर बंधक बना लिया और पैनल में आग लगा दी।
दो घंटे पहले जीएम भी गुजरे थे
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक हरिन्द्र राव जमालपुर स्टेशन पर अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने पहुंचे थे। वे स्पेशल ट्रेन से रात लगभग साढ़े दस जमालपुर से हावड़ा के रवाना हुए।