बिगड़े वनों में सुधार की विस्तृत कार्ययोजना बनाये
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की वन विभाग की समीक्षा
भोपाल 10 अगस्त (इ खबर टुडे) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि बिगड़े वनों में सुधार के लिये वृक्षारोपण की विस्तृत योजना बनायें। वनों में नये अतिक्रमण को रोकने के लिये सख्त कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह निर्देश आज यहाँ वन विभाग की समीक्षा में दिये। उन्होंने प्रदेश में तेन्दूपत्ता के रिकार्ड संग्रहण पर विभाग को बधाई दी। इस वर्ष प्रदेश में 26 लाख 6 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है, जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब 9 लाख मानक बोरा अधिक है। बैठक में वन मंत्री श्री सरताज सिंह और मुख्य सचिव आर.परशुराम भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लघु वनोपजों के समर्थन मूल्य घोषित करने से प्रदेश में वनवासियों को वनोपजों का बेहतर मूल्य मिला है। उन्होंने प्रदेश में वनौषधि निर्माण के काम को विस्तारित करने को कहा। बैठक में बताया गया कि प्रदेश के लघु वनोपज संघ द्वारा देश के आठ राज्य में वनौषधि प्रदाय की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वन विभाग संतुलित दृष्टिकोण से कार्य करें, वनों और वन्य-प्राणियों की सुरक्षा के साथ जनता की सुविधाओं का भी ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि छोटे वन अपराध के लंबित प्रकरण की समीक्षा की जाये। प्राथमिक वन समितियों का वनों और पौधों की सुरक्षा में सक्रिय सहयोग लिया जाये। जिलों में वितरित वनाधिकार-पत्रों की पुनर्समीक्षा कर यह सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी पात्र कब्जाधारी वनाधिकार-पत्र से वंचित नहीं रहे।
बताया गया कि वन विभाग द्वारा फॉरेस्ट क्लीयरेंस के प्रकरणों की मानीटरिंग के लिये वेब बेस्ड व्यवस्था की गयी है। प्रदेश में 1,066 प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति और 61 जिला वनोपज संघ काम कर रहे हैं, जिनके माध्यम से वनोपजों का संग्रहण किया जाता है।
बैठक में राज्य वनोपज संघ के अध्यक्ष विश्वास सारंग, प्रमुख सचिव वन देवराज बिरदी सहित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।