May 19, 2024

फ्रांस में टीचर का सिर काटने के बाद शहरों की दीवारों पर दिखाए जा रहे पैगंबर के विवादित कार्टून

Police waiting to escort employees and passengers walking outside terminal 2 at the scene of a deadly shooting at Fort Lauderdale–Hollywood International Airport, Friday, January 6, 2017, in Fort Lauderdale, Fla. An Army veteran who complained that the government was controlling his mind drew a gun from his checked luggage on arrival at the Fort Lauderdale airport and opened fire in the baggage claim area Friday, killing several people and wounding others, authorities said. (David Santiago/El Nuevo Herald via AP)

पेरिस,22 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। फ्रांस में पैगंबर मोहम्‍मद साहब के कार्टून विवाद में एक टीचर का सिर कलम कर हत्‍या करने के बाद देश में लोगों का गुस्‍सा बढ़ता ही जा रहा है। फ्रांस के शहर मोंटपेल्लियर और टाउलुस में दिवंगत शिक्षक को श्रद्धांजलि देने के लिए कई होटलों की दीवारों पर शार्ली हेब्‍दो के बनाए पैगंबर के विवादित कार्टून को प्रोजेक्‍टर पर दिखाया जा रहा है। यही नहीं इसकी सुरक्षा के लिए शहर में बड़े पैमाने पर हथियारबंद पुलिस को तैनात किया गया है।

फ्रांस के ओस्सिटनेई इलाके की अध्‍यक्ष केरोल डेल्‍गा ने बुधवार को ट्विटर पर कार्टून को दिखाने की घोषणा की थी। उन्‍होंने कहा कि शिक्षक सैमुअल पैटी को श्रद्धांजलि देने के लिए दिखाया जाएगा। इससे पहले 16 अक्टूबर को फ्रांस में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पाठ पढ़ाते समय अपने छात्रों को मोहम्मद साहब का कार्टून दिखाने पर सैमुअल पैटी की चेचेन मूल के इस्लामी आतंकी ने गला काटकर हत्या कर दी थी।

‘अभिव्‍यक्ति की आजादी के साथ कोई समझौता नहीं’
डेल्‍गा ने अपने इस फैसले का बचाव करते हुए कार्टून को दिखाए जाने का समर्थन किया। उन्‍होंने कहा कि यह एक ‘मजबूत कदम’ है जो हमारे गणराज्‍य के मूल्‍यों को दर्शाता है। डेल्‍गा ने कहा कि इस प्रतीकात्‍मक कदम से इतर मैं अपने साथी नागरिकों को यह संदेश देना चाहती हूं कि धर्मनिरपेक्षता, अभिव्‍यक्ति की आजादी और अंतरात्‍मा की आजादी के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यह हमारे गणराज्‍य के मॉडल की जान है।’

डेल्‍गा ने कहा कि लोकतंत्र के दुश्‍मनों के सामने कमजोर नहीं होना है। उनके सामने कमजोर नहीं होना है जो धर्म को युद्ध के हथियार के रूप में इस्‍तेमाल करते हैं। ऐसे लोग जिनका इस गणराज्‍य को बर्बाद करने के लिए राजनीतिक उद्देश्‍य है। फ्रांस के होटलों पर ईसा मसीह और अन्‍य धर्मों के प्रमुख लोगों के कार्टून को भी दिखाया जा रहा है। इससे पहले वर्ष 2015 में शाली एब्‍दो कार्टून को लेकर फ्रांस में काफी बवाल हुआ था और इसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी।

इस बीच फ्रांसीसी सरकार भी देश से इस्लामी कट्टरपंथ को मिटाने के लिए ऐक्शन में है। पूरे देश में पुलिस और कानून प्रवर्तक एजेंसियां लगातार छापेमारी कर रही हैं। बड़ी संख्या में संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। इस बीच फ्रांसीसी सरकार ने एक इस्लामिक समूह पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा भी की है। फ्रांसीसी सरकार के प्रवक्ता गेब्रियल अटाल ने बुधवार को कहा कि एक स्कूली शिक्षक की हत्या के बाद फलस्‍तीनी नेता शेख यासीन के नाम पर रखे गए एक इस्लामी समूह को प्रतिबंधित कर दिया है।

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