November 15, 2024

प्रशिक्षण की गंभीरता पर ही प्रक्रिया की सफलता निर्भर

जिले के मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया गया

रतलाम,10 अक्टूबर(इ खबर टुडे)। विधानसभा निर्वाचन 2018 के तहत निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न कराने वाले मतदान दलों को प्रशिक्षित करने के लिए नियोजित मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती रूचिका चौहान के मार्गदर्शन में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित किया गया।

जिले के 65 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण के दौरान पूर्ण गंभीरता बरतने के निर्देश दिए गए तथा यह अपेक्षा की गई कि प्रशिक्षण में मतदान दलों के कर्मियों को मतदान प्रक्रिया से संबंधित सभी जानकारियां स्पष्ट रूप से दी जाए। प्रशिक्षण की गंभीरता पर ही संपूर्ण मतदान प्रक्रिया की सफलता निर्भर करेगी।

प्रशिक्षण प्रभारी एसडीएम सुश्री शिराली जैन ने बताया कि मतदान दलों में नियोजित मतदान कर्मियों का दायित्व मतदान सामग्री लेने के साथ ही प्रारम्भ हो जाता है। मतदान दल, मतदान सामग्री प्राप्त करने के दौरान यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें समस्त सामग्री प्राप्त हो गई है और चेक लिस्ट से उसका मिलान कर लिया गया है।

मतदान केन्द्र पर पहुंचकर मतदान कक्ष स्थापित करने की रूपरेखा बनाएंगे। मतदान कक्ष ऐसे स्थान पर बनाया जाएगा, जहां पर्याप्त प्रकाश हो तथा मतदान अभिकर्ताओं के बैठक की व्यवस्था इस प्रकार की जाए ताकि मतदान केन्द्र में प्रवेश करने वाले मतदाताओं का चेहरा स्पष्ट रूप से देख सके। महिला एवं पुरूष मतदाताओं के मतदान केन्द्र में अलग-अलग पंक्तियों में प्रवेश की व्यवस्था रहेगी।

मास्टर ट्रेनर्स डॉ. आर.के. कटारे एवं डॉ. सुरेश कटारिया ने प्रशिक्षण के दौरान मतदान दल में शामिल कर्मियों को उनके दायित्व से अवगत कराते हुए बताया कि मतदान केन्द्र में मतदाता सबसे पहले मतदान अधिकारी क्रमांक 1 के पास आएगा। यह अधिकारी निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति का प्रभारी एवं मतदाता की पहचान के लिए उत्तरदायी होगा। मतदाता से उसका फोटो परिचय पत्र लेकर निर्वाचक नामावली में उसका नाम ढूंढ कर उसकी प्रविष्टि को इतना जोर से पढ़कर सुनाया जाएगा कि मतदान अभिकर्ता सुन सके। इसके उपरान्त मतदाता मतदान अधिकारी क्रमांक 2 के पास जाएगा जो मतदाता रजिस्टर एवं अमिट स्याही का प्रभारी होगा।

इसके उपरान्त मतदाता रजिस्टर के पालन क्रम संख्या अनुसार मतदाता की पुष्टि की जाएगी। मतदान अधिकारी क्रमांक 3 पीठासीन अधिकारी की टेबल पर बैठेगा जो कि कंट्रोल यूनिट का प्रभारी होगा। यह मत जारी करेगा, उसके उपरान्त मतदाता मतदान कक्ष में प्रवेश कर अपने मताधिकार का प्रयोग करेगा।

वीवीपेट की जानकारी अवश्य दे
प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर्स को इस बार अपनाई जा रही वीवीपेट मशीन की जानकारी दी गई। इन्हें ये बताया गया कि मतदान दल के सदस्यों को वीवीपेट से संबंधित जानकारी पूरी तरह दी जाए और इसे कंट्रोल यूनिट एवं बेलैट इवेन्ट में संयोजित करने के तरीके से परिचित कराया जाएगा। बेहतर यह होगा कि मतदान दलों के प्रशिक्षण स्थल पर दल के सभी सदस्यों से इस संयोजन प्रणाली का प्रायोगिक प्रदर्शन भी कराया जाए ताकि किसी को कोई संशय हो तो उसका निराकरण प्रशिक्षण स्थल पर ही हो जाए। इस दौरान मास्टर ट्रेनर्स की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया।

जिले में 1267 से अधिक मतदान दल नियोजित होंगे
उल्लेखनीय है कि रतलाम जिले के 5 विधानसभा क्षेत्रों में 1267 मतदान केन्द्रों पर इतने ही मतदान दल नियोजित होंगे और 10 प्रतिशत मतदान दल रिजर्व रहेंगे। रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में 247, रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र में 257, सैलाना विधानसभा क्षेत्र में 244, जावरा विधानसभा क्षेत्र में 270 तथा आलोट विधानसभा क्षेत्र में 249 मतदान केन्द्र स्थापित है।

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