प्रख्यात जैनसंत आचार्य श्री योगीन्द्र सागर जी ने ली समाधि
राजस्थान के सागवाडा में दोपहर साढे ग्यारह पर समाधिस्थ हुए आचार्य
सागवाडा/रतलाम,१८ मार्च(इ खबरटुडे)। प्रख्यात दिगम्बर जैन सन्त एवं शीतल तीर्थ के संस्थापक आचार्य श्री योगीन्द्र सागर जी महाराज ने आज दोपहर साढे ग्यारह बजे समाधि ले ली। आचार्य योगीन्द्र सागर जी ने राजस्थान के सागवाडा में योगीन्द्र गिरी पर समाधि ली।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार आचार्य श्री विगत करीब डेढ माह से सागवाडा के योगीन्द्र गिरी पर ही थे। पिछले कुछ दिनों से वे अस्वस्थ थे। रविवार दोपहर ११.३० बजे उन्होने शरीर का त्याग कर समाधि ले ली। उनके समाधिस्थ होने की खबर फैलते हुए उनके शिष्य समुदाय में शोक व्याप्त हो गया। रतलाम से हजारों की संख्या में उनके शिष्य गुरुदेव के अंतिम दर्शनों के लिए सागवाडा रवाना हो गए।
उल्लेखनीय है कि आचार्य श्री योगीन्द्र सागर जी का जन्म १७ फरवरी १९६१ को एक ब्राम्हण परिवार में हुआ था। बाद में उन्होने दिगम्बर जैन संत के रुप में दीक्षा ले ली थी। विगत कुछ वर्षों से उन्ही की प्रेरणा से सैलाना रोड पर शीतल तीर्थ की स्थापना की गई थी और गुरुदेव काफी समय यहां गुजारा करते थे। विगत १४ फरवरी को शीतल तीर्थ में गुरुदेव का जन्मोत्सव मनाया गया था। इसके पश्चात वे सागवाडा के लिए विहार कर गए थे।
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक सागवाडा में समाधि लेने के पश्चात उनके अग्रिदहन का कार्यक्रम भी सागवाडा में ही आयोजित किया गया है। इससे पहले गुरुदेव का डोल निकाला जाएगा।