December 25, 2024

पुलिस प्रशासन द्रारा निजी तौर पर पाण्डाल बनाने वालों की अनदेखी

fayer seftyi
करोड़ों के पाण्डाल, हजारों के अग्निशमन यंत्र का अभाव
 
उज्जैन,17अप्रैल (इ खबरटुडे)।अरबों के सिंहस्थ में करोड़ों के पाण्डाल खड़े हो रहे हैं। स्वीस कॉटेजेस खड़े किये जा रहे हैं, पर इस सबमें आग की अनदेखी की जा रही है। यानी कि अग्निशमन यंत्र सीधे तौर पर नकारे जा रहे हैं।

 पुलिस और प्रशासन के लिये भी यह अनदेखी मुश्किल खड़ी कर देगी
 करोड़ों के पांडाल में की गई व्यवस्थाएं भी महंगी हैं और बड़े-बड़े विद्युत उपकरण यहां चलाये जायेंगे, जिसके तहत शॉर्ट सर्किट की समस्या आग लगना संभावित है। अग्निशमन यंत्र की अनदेखी करोड़ों के पाण्डाल संचालकों को तो भारी पड़ेगी ही, दुर्घटना की स्थिति में पुलिस और प्रशासन के लिये भी यह अनदेखी मुश्किल खड़ी कर देगी।
फायर ब्रिगेड के पानी की अधूरी व्यवस्था
सूत्रों के अनुसार अस्थाई फायर स्टेशन के लिये 16 स्थान बनाये गये हैं। इसमें साड़ू माता की बावड़ी, खाक चौक, अंकपात, वीर सावरकर, भैरवगढ़ चौराहा, कार्तिक मेला ग्राउंड, मुल्लापुरा, उजडख़ेड़ा, प्रदर्शनी स्थल, हेलीपेड के पास, चारधाम, प्रशांतिधाम, लालपुर देवास रोड, मक्सी रोड पंवासा, बस स्टेण्ड देवासगेट, सदावल, गोंसा, चककमेड़ आगर रोड, निर्माणाधीन सेटेलाइट टाउन सावरा खेड़ी, इंदौर बायपास रोड इनमें से मात्र 12 स्थानों पर ही पीएचई ने हाइडेंट की व्यवस्था करने का दावा किया है। शेष चार स्थानों पर फायर ब्रिगेड के पानी की व्यवस्था क्या होगी? इसे लेकर यही स्थिति बनेगी कि अन्य स्थान से फायर ब्रिगेड पानी लायेगा। विभागीय स्तर पर ही हाइडेंट पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया जा रहा है।
यहां रहेंगे फायर वाहन पाइंट
जंतर-मंतर वेधशाला, नानाखेड़ा बस स्टैण्ड, मौजमखेड़ी, सिद्धवट, महात्मा आत्मादास राम नेपाली बाबा का आश्रम, महात्मा बर्फानी बाबा आश्रम, गढक़ालिका, अवधेशानंदगिरी महाराज आश्रम, ऋणमुक्तेश्वर मंदिर, मोहनपुरा, मुरारी बापू आश्रम, क्षेत्रोउपासना भूखी माता मंदिर के पास, आसाराम बापू आश्रम, पुलिस कंट्रोल रुम राणोजी की छत्री, महाराजवाड़ा, गोपाल मंदिर, वल्लभाचार्य नगर, गुरु कर्णिका मेला क्षेत्र, भारत गैस गोडाउन बायपास रोड, उजडख़ेड़ा, पुलिस स्टेशन मंगलनाथ, त्रिवेणी, चिंतामण गणेश मंदिर, सिटी बस डिपो, माधवनगर।
जगह के मान से होना थे निर्देश
सूत्र जानकारी दे रहे हैं कि सिंहस्थ मेला क्षेत्र में बड़े-बड़े पाण्डाल लगाने वाले तमाम पाण्डाल संचालकों को इसे लेकर जगह के मान से अग्निशमन यंत्र लगाने के निर्देश दिये जाना चाहिये थे। इसके विपरीत ऐसा कुछ नहीं किया गया।
पेम्पलेट से प्रचार-प्रसार किया। लोगों को जागरूक कर रहे हैं, जिला प्रशासन को आउटलेट लगाकर प्रदर्शन के लिये भी हमने सुझाव दिया था, जिससे कि लोग मोटीवेट हो सकें और अग्निशमन यंत्र लगाये जा सकें।

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