पुलिस की पत्रकारवार्ता का पत्रकारों ने किया बहिष्कार
सीएम के कव्हरेज से रोका था मीडिया को और नेताओं की अभद्रता सही थी पुलिस ने
उज्जैन,27 अगस्त(इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के महाकाल सवारी में शामिल होने के दौरान मीडिया को रोकने और पुलिस द्वारा नेताओं को अभद्रता सहकर भी अंदर प्रवेश देने को लेकर शुक्रवार को मीडियाकर्मियों ने एएसपी की पत्रकारवार्ता का बहिष्कार कर दिया।
बीते सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान महाकाल मंदिर में महाकाल बाबा की सवारी में शामिल होने के लिए उज्जैन पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस द्वारा सभी चैनल गेटों की तालाबंदी कर दी गई थी और आम दर्शनार्थियों का प्रवेश निषेध कर दिया था। यहां तक कि सभामंडप में मीडिया के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। एएसपी राजेश व्यास, एएसपी अमरेन्द्रसिंह, थाना प्रभारी अनिलसिंह चैहान से मीडियाकर्मियों ने कहा कि सीएम के कव्हरेज के लिए अंदर एक फोटो पत्रकार और एक वीडियो पत्रकार को प्रवेश दे दिया जाए। लेकिन अधिकारियों ने एक नहीं सुनी, एसपी ने भी मीडियाकर्मियों की बात सुनने से इंकार कर दिया।
जनसंपर्क सबको फोटो और वीडियो भेज देता है इसलिए मीडियाकर्मियों को प्रवेश नहीं दिया गया-एएसपी अमरेन्द्रसिंह
मीडियाकर्मी मान गए लेकिन दो मिनिट बाद ही भाजपा और कांग्रेस के नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे। पुलिस ने उन्हें भी रोकने की कोशिश की लेकिन वे एएसपी, टीआई तथा पुलिसकर्मियों को धकेलते और गाली गलौच करते हुए सभामंडप में प्रवेश कर गए और अधिकारी मुंह ताकते रहे। शुक्रवार शाम 6 बजे कंट्रोल रूम पर माधवनगर थाने में कुछ आरोपी पकड़ाने पर एक पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया। इस पत्रकारवार्ता में जब एएसपी अमरेन्द्रसिंह के समक्ष महाकाल मंदिर की घटना बयां की तो वे पुलिस की गलती मानने की बजाय यही जायज ठहराते रहे कि जनसंपर्क सबको फोटो और वीडियो भेज देता है इसलिए मीडियाकर्मियों को प्रवेश नहीं दिया गया।
उनसे भविष्य में इस प्रकार की अव्यवस्था न हो इसके बारे में आश्वासन मांगा तो कोई बात मानने की बजाए उन्होंने स्पष्ट किया कि हम तो चाहते ही यही है कि हमारा पीआरओ खबरें और फोटो मैल कर दे और अखबार छाप दे। एएसपी के इस रवैये से नाराज पत्रकार, फोटो पत्रकार और वीडियो पत्रकारों ने एएसपी की पत्रकारवार्ता का बहिष्कार कर दिया।