दिल्ली की राजौरी गार्डन सीट का उपचुनाव : बीजेपी जीती, आप को 10 हजार मत भी नहीं मिले
नई दिल्ली,13अप्रैल(इ खबरटुडे)। दिल्ली के राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव का परिणाम आ गया है. इस सीट पर बीजेपी ने कब्जा किया है. यह सीट बीजेपी और अकाली दल ने आम आदमी पार्टी से छीनी है. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर देखने को मिली. आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी की स्थिति काफी खराब रही और उन्हें 10 हजार मत भी नहीं मिले. बीजेपी के चुनाव चिह्न पर अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने चुनाव लड़ा था और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के नेता को 14652 मतों के अंतर से चुनाव हराया. कांग्रेस की मीनाक्षी चंदीला दूसरे स्थान पर रहीं और आम आदमी पार्टी के हरजीत सिंह तीसरे नंबर पर आए. इनके अलावा तीन अन्य प्रत्याशी भी मैदान में थे.
चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी के मनजिंदर सिंह सिरसा को 40602 वोट मिले जबकि कांग्रेस की मिनाक्षी चंदेला को 25950 वोट मिले और आप के हरजीत सिंह को 10243 वोट मिले. इससे साफ है कि बीजेपी के प्रत्याशी को कुल 78091 वोट में से 51.99 प्रतिशत मत मिले जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 33.23 प्रतिशत वोट मिले और आप के प्रत्याशी हरजीत सिंह को 13.11 प्रतिशत मत पड़े.
सुबह से जारी वोटों की गिनती में बीजेपी सबसे आगे रही थी. दूसरे स्थान पर कांग्रेस के प्रत्याशी रहे. एमसीडी चुनावों से पहले यहां से आम आदमी पार्टी के लिए बुरी खबर यह है कि अभी तक उनका प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा जबकि यह सीट उनके ही विधायक के इस्तीफे के बाद खाली हुई है.
जानकारी के लिए बता दें कि मनजिंदर सिंह सिरसा के पास 239 करोड़ रुपये की संपत्ति है. मनजिंदर सिंह सिरसा दिल्ली के राजौरी गार्डन से अकाली विधायक रह चुके हैं. 2015 के चुनाव में वह आम आदमी पार्टी के जरनैल सिंह से हार गए थे. उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल करते समय अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी की जायजाद 239 करोड़ बताई थी.
इस विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला बताया जा रहा था. आम आदमी पार्टी के सामने इस सीट को बचाने की चुनौती थी. इसके अलावा माना जा रहा है कि यह परिणाम आने वाले दिनों में होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव में मतदाताओं की मंशा का कुछ हद तक अहसास कराने वाला है.
उल्लेखनीय है कि आप के विधायक जरनैल सिंह के इस्तीफा देने से राजौरी गार्डन विधानसभा सीट खाली हो गई थी. इस सीट पर बीजेपी, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला है. यह सीट जहां आम आदमी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना था, वहीं यूपी के परिणामों से उत्साहित बीजेपी इस सीट के जरिए अपना विजय रथ आगे बढ़ाने की जद्दोजहद में थी. उधर पंजाब में सफलता का परचम लहराने वाली कांग्रेस भी इस पंजाबी-सिख बहुल सीट पर जीत को लेकर आशान्वित रही थी और इस चुनाव में उन्होंने पूरा जोर भी लगा दिया.
कहा जा रहा है कि दिल्ली निगम (एमसीडी) चुनाव से पहले इस उपचुनाव का परिणाम काफी अहमियत रखता है. जिस पार्टी को जीत मिलेगी एमसीडी चुनाव में उसका मनोबल स्वाभाविक रूप से बढ़ा रहेगा.
वोटों की गिनती हरिनगर के सरकारी विद्यालय में सुबह आठ बजे शुरू हुई थी. इस विधानसभा क्षेत्र में 9 अप्रैल को मतदान हुआ था. इसमें 46.46 फीसदी लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया था. चुनाव में 20 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे जिनमें 166 बूथों पर वोटिंग हुई थी.