दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, होगी कड़ी कार्यवाही
समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक संपन्न
रतलाम 11 अगस्त(इ खबरटुडे)। कलेक्टर डा.संजय गोयल ने आज समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को अपने दायित्वों का भलीभांति निर्वहन करते हुए समय सीमा में निराकरण करने को कहा है। उन्होंने कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूध्द सख्ती से पेश आने के संकेत दिए है वहीं आम व्यक्ति के जनजीवन से संबंधित समस्याओं के निराकरण में भी ठोस एवं कारगर कदम उठाने के निर्देश अधीनस्थों को दिए है। डा.गोयल ने बैठक में स्वतंत्रता दिवस पर्व की पूर्व तैयारियों की भी समीक्षा की। बैठक में सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों की समीक्षा
कलेक्टर डा.गोयल ने आगामी स्वतंत्रता दिवस को हर्षोल्लासपूर्वक मनाए जाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग,शिक्षा विभाग,विद्युत वितरण कंपनी एवं कृषि उपज मंडी के अधिकारियों से तैयारियों की पडताल करते हुए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। डा.गोयल ने एसडीएम सुनील झा को ध्वजारोहण प्रांगण का संबंधित अधिकारियों के साथ जाकर मौका मुआयना करने के निर्देश भी दिए।
शिकायतों का लेखाजोखा बैठक में साथ लेकर आएं
समय सीमा में शिकायत निवारण संबंधी बैठक में संतोषजनक उत्तर न देने पर कलेक्टर डा.संजय गोयल ने अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने सभी अधिकारियों को संबंधित शिकायतों का संपूर्ण लेखा जोखा लेकर ही अगली बैठक में उपस्थित होने को निर्देशित किया। डा.गोयल ने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों को अपनी विभागीय समस्याओं,शिकायतों और उनके निराकरण की स्थिति से भलीभांति अवगत रहना चाहिए। समस्याओं के निराकरण के लिए उठाए गए कदमों बाबत उनकी जानकारी अद्यतन होनी चाहिए।
कम्प्यूटर को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं
कलेक्टर डा.संजय गोयल ने सभी अधिकारियों को पाबंद किया है कि वे कम्प्यूटर को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि कार्यों की उपयुक्त मानीटरिंग और समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए आवश्यक है कि कम्प्यूटर पर दर्ज कार्यों एवं शिकायतों की स्थिति का नियमित रूप से अवलोकन करें। डा.गोयल ने कहा कि कम्प्यूटर फ्रैण्डली हो जाने पर कार्यों का क्रियान्वयन सहज होगा और शिकायत निराकरण सिस्टम सशक्त होगा।
जांच के लिए अधिकारी ही जाएं
कलेक्टर ने जनहित में किए जाने वाली शिकायतों की जांच के लिए मातहत अधिकारियों को भेजे जाने के निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने विभागीय जिला अधिकारियों को स्पष्ट किया कि की जाने वाली जांच के लिए अधिकारियों को ही भेजा जाए जिससे सही स्थिति का पता चल सकें। जांच अधिकारियों से यथाशीघ्र जांच प्रतिवेदन लिया जाएं जिससे कि जांचों का त्वरित निराकरण किया जा सके।
गंदे नालों के पानी से सब्जी उगाने पर होगी मुश्किल
आम उपभोक्ता की दैनिक महती आवश्यकता और उनके स्वास्थ्य लाभ की चिंता करते हुए कलेक्टर डा.संजय गोयल ने गंदे नालों के पानी से सब्जी उगाने वालों के विरूध्द कठोर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।उन्होंने आज बैठक में एसडीएम सुनील झा को ऐसे सब्जी उगाने वालों के विरूध्द कानूनी कार्यवाही करने हेतु प्रतिबंधात्मक धारा 144 लगाए जाने के आदेश जारी करने के निर्देश दिए। डा.गोयल ने कहा कि तुच्छ लाभ की प्राप्ति हेतु आम व्यक्ति के स्वास्थ्य से खिलवाड़ को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डा.गोयल ने कहा कि जिले में जहां-जहां भी इस प्रकार की सब्जी उगाई जा रही है उन स्थानों का चिन्हाकन कर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए है।
सब्जी मंडियों का भी औचक निरीक्षण होगा
कलेक्टर डा.गोयल ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में मंडी अधिकारी से मंडी से उपज आवक संबंधी पडताल की। उन्होंने वर्तमान समय में मंडी में आने वाली उपजों के भाव-ताव जाने। डा.गोयल ने कहा कि मंडियां खाद्य आपूर्ति प्रणाली को सुगम्य बनाने का एक कारगार साधन है इनसे मूल्यों को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है बशर्ते कि इनका कारगर रूप से उपयोग किया जाए। कलेक्टर ने प्रणाली को और चुस्त बनाने के लिए अनाज मंडियों के साथ ही सब्जी मंडियो में जाकर वहां संचालित होने वाली गतिविधियों की जानकारी हासिल करने के लिए नियमित रूप से औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
उद्यानिकी मिशन के अधिकारी को शो-कॉज नोटिस
लगभग आधा मानसून बीत जाने पर भी अपेक्षाकृत बेहतर कार्य योजना न बनाए जाने और इस दिशा में किए गए कार्यों में बरते गए ढीलेपन के लिए कलेक्टर डा.संजय गोयल ने उद्यानिकी मिशन के अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी सोच ”कृषि को लाभदायी धंधा बनाने ” के मद्देनजर कहा कि ज्यादा लाभ प्राप्ति के लिए उपज की पैदावार का ज्यादा होना जरूरी है और इसके लिए आवश्यक है कि किसानभाई उपचारित बीजों का अधिक से अधिक प्रयोग करें। किसानों को अच्छा बीज उपलब्ध कराना संबंधित अधिकारियों का दायित्व है।
मिनी स्टेडियम के लिए तहसीलदार उपलब्ध कराएं भूमि
कलेक्टर डा.संजय गोयल ने भारत सरकार के राजीव गांधी खेल अभियान अंतर्गत प्रत्येक तहसील में एक करोड 60 लाख रूपए की लागत से बनने वाले मिनी स्टेडियम के लिए शासकीय भूमि का चिन्हाकंन कर भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। इस संबंध में उन्होंने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ऑनलाईन हिदायत दी कि वे तहसीलदारों को ताकीद करें कि वे जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी जोस चाको से संपर्क कर आवश्यक प्रभावी कदम उठाएं। उल्लेखनीय है कि इस योजनान्तर्गत प्रत्येक तहसील में निर्मित होने वाले मिनी स्टेडियम में एक-एक आउटडोर एवं इनडोर क्रीडांगन का निर्माण 80-80 लाख रूपए की लागत से किया जाना है।