डेलनपुर में हुए उपद्रव के 21 दिन बाद पहुंचे भाजपा संगठन के पदाधिकारी और पांचो विधायक
रतलाम,25 जून (इ खबरटुडे)।किसान आंदोलन में प्रदेश सरकार के खिलाफ उपजे आक्रोश को ठंडा करने के प्रयास प्रदेश सरकार और भाजपा द्वारा शुरु कर दिए गए है। इसी प्रयास में डेलनपुर में हुए उपद्रव के 21 दिन बाद स्थानीय भाजपा संगठन के पदाधिकारी और जिले के पांचो विधायक रविवार दोपहर को डेलनपुर और धामनोद पहुंचे और ग्रामीणों से घटना के दिन की जानकारी ली। ग्रामीणों ने भाजपा नेताओं और विधायकों के समक्ष भी प्रशासन पर निर्दोषों को परेशान करने के आरोप लगाए।
रविवार दोपहर में भाजपा जिलाध्यक्ष कान्हसिंह चौहान,शहर विधायक एवं राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप, रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, जावरा विधायक डा. राजेन्द्र पांडेय, आलोट विधायक जितेन्द्र गेहलोत, सैलाना विधायक श्रीमती संगीता चारेल, महामंत्री प्रदीप उपाध्याय, किसान आयोग अध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा डेलनपुर और धामनोद पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने घटना के इतने दिन बाद भाजपा नेताओं के आने पर नाराजगी भी जताई। ग्रामीणों ने विधायकों को बताया कि पुलिस ने कई लोगों को बलवे के प्रकरण में झूठा आरोपी बना लिया है, निर्दोष लोगों को डराया जा रहा है। इन लोगों ने 4 जून की शाम हुए घटनाक्रम के लिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विधायकों ने इन्हें आश्वस्त किया है कि किसी भी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, इसके अलावा यदि प्रशासनिक या पुलिस से जुड़े किसी अधिकारी की भी गलती रही होगी तो उसके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस द्वारा बनाएं गये प्रकरणों के चलते घर के कई सदस्य इधर-उधर घुम रहे है जिसके चलते खेतों में काम नहीं हो पा रहा है। किसानों ने नेतागणों पर भी आक्रोश उतारा। उपस्थित नेताओं ने किसानों को समझाते हुए कहां कि हम आपकी पीड़ा को समझते है ,इस संबंध में हम प्रशासन से बात करेंगे तथा बेकसुर लोगों को परेशान नहीं किया जाएगा। भाजपा नेताओं और विधायकों ने डेलनपुर तथा धामनोद से आने के पश्चात सर्किट हाउस पर पुलिस अधीक्षक अमितसिंह से भी मुलाकात की। सर्किट हाउस पर पाटीदार समाज के लोगों ने भी भाजपा नेताओं से मुलाकात की और पुलिस द्वरा दर्ज किए गए प्रकरणों पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जो लोग मौके पर मौजुद नहीं थे, उन्हे भी पुलिस द्वारा आरोपी बना दिया गया है। सर्किट हाउस पर बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने स्पष्ट कहा कि जो लोग कसूरवार है उन पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी तथा बेकसूर लोगों को परेशान नहीं किया जाएगा। लेकिन जिन लोगों को घटनाक्रम करने के लिए उकसाया उन्हें नहीं बख्शा जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने पाटीदार समाज के लोगों को स्पष्ट कहा कि पुलिस के इस कार्य में सहयोग करें जो वास्तविक लोग है उनके बारे में जानकारी दे। इस दौरान एएसपी गोपाल खांडेल, सीएसपी विवेकसिंह चौहान और ओद्योगीक क्षैत्र थाना प्रभारी राजेशसिंह चौहान भी मौजुद थे। गौरतलब है कि जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के आगमन से ठीक पहले 4 जून की शाम डेलनपुर में किसान आंदोलन हिंसक हो गया था और भीडऩे पुलिस के वाहनों में भी आग लगा दी थी, एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी भी हुआ था। इस मामले में पुलिस ने किसान नेता डी.पी. धाकड़ सहित करीब 150 लोगों को आरोपी बनाया है।
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कहीं न कहीं गलती हुई है:काश्यप
डेलनपुर और धामनोद में ग्रामीणों से चर्चा के बाद शहर विधायक और राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने मिडिया से चर्चा में कहा कि सीएम के निर्देश पर जिलाध्यक्ष के नतृत्व में पांचो ंविधायक आए और ग्रामीणों से चर्चा कर जानकारी ली। जो बातें बताई गई है, उसे लगता है कि कहीं गलती हुई है, आगे एसी पुनरावृति न हो ऐसे प्रयास किए जाएगें और मामले में किसी की गलती सामने आई तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री को पुरे मामले से अवगत कराया जाएगा और यहां के लोगों ने सीएम से मिलने की मांग की है, इसके लिए भी प्रयास किए जाएगें।