May 20, 2024

झारखंड खदान हादसे में 9 मजदूरों के शव मिले, हर मृतक को 12 लाख का मुआवज

रांची,30 दिसंबर(इ खबर टुडे )। झारखंड के लालमटिया कोयला खदान में हुए हादसे में मरने वालों की संख्‍या बढ़ती जा रही है। राहत और बचाव दल ने अब तक मलबे से 9 शव निकाल लिए हैं वहीं कई अन्‍य मजदूर अब भी मलबे में दबे हैं। यह खदान गुरुवार रात धंस गई थी जिसमें कई वाहन और 50 वर्कर दब गए थे। हादसे के बाद पीएम ने इस घटना पर दुख जताते हुए मुख्‍यमंत्री रघुवर दास से बात की है।

महालक्ष्मी आउटसोर्सिंग ने भी 5-5 लाख देने की घोषणा की है

मुख्‍यमंत्री रघुवर दास ने हादसे के बाद मुआवजे का ऐलान करते हुए कहा है कि मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपए और घायलों को 25-25 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं इस्‍टर्न कोल फील्‍ड्स लिमिटेड ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। जबकि महालक्ष्मी आउटसोर्सिंग ने भी 5-5 लाख देने की घोषणा की है। इस तरह हर मृतक के पिरजनों को 12 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा।

हादसे में मरने वालों की पुष्टि करते हुए ईसीएल और वीसीएल के सीएमडी राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि बचाव दल ने अब तक चार शव निकाल लिए हैं वहीं एक और शव उन्‍हें नजर आया है जिसे निकालने का काम जारी है।

मुख्यमंत्री स्वयं मामले पर नजर बनाए हुए हैं

मौके पर राहत बचाव के लिए सीआईएसएफ का कहना है कि मलबे में 40 से 50 मजदूर दबे हुए हैं जिन्हें निकालने का काम जारी है। घटना के बाद पटना से एनडीआरएफ की टीम भी भेज दी गई है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने खदान दुर्घटना पर दुख जताया है। उन्होंने उपायुक्त से फोन पर बात कर राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाने के निर्देश दिए। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को घटना स्थल पर रहने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री स्वयं मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
बता दें कि गोड्डा जिले में स्थित लालमटिया खदान में राजमहल परियोजना में बीती रात ये हादसा हुआ।बताया जा रहा है कि डीप माइंस में दुर्घटना हुई है। जहां हादसा हुआ है वहां नीचे काम बंद था लेकिन ऊपर महालक्ष्मी आउटसोर्सिंग कंपनी के कर्मी काम कर रहे थे। इसी दौरान मिट्टी धंस गई और वहां कार्यरत मशीन व उसे ऑपरेट कर रहे कर्मी मिट्टी के नीेचे दब गए।

एसडीओ संजय पांडेय ने बताया कि दो मशीन धंस गयी है। इसमें करीब 13 लोगों के फंसे होने की आशंका है। घटनास्थल पर एसडीपीओ राजा मित्रा, एसडीओ संजय पांडेय, राजमहल एरिया के प्रभारी महाप्रबंधक एसके सिंह ललमटिया पुलिस पहुंच चुकी है।

सीआईएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि ड्यूटी पर तैनात संतरी सुरक्षित है, वहीं एनडीआरएफ की टीम पटना से गोड्डा के लिए रवाना कर दी गई है। इसीएल मुख्यालय से सीआईएसएफ के दो इंस्पेक्टर और 21 कॉन्सटेबल को मौके पर रवाना कर दिया गया है। मुख्य सचिव राजबाला वर्मा और पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय से फोन पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बातचीत की और बचाव कार्य तेज करने का आदेश दिया।

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