जामड नदी के इतिहास में पहली बार चलाया गया जन अभियान परिषद द्वारा स्वच्छता अभियान सफल
रतलाम,28सितम्बर(वैदेही कोठारी )। म प्र जन अभियान परिषद् विकासखण्ड रतलाम के नेतृत्व में प्रधानमंत्री के आव्हान पर आयोजित स्वच्छसता पखवाड़ा के तहत् रतलाम नगर में धुमधाम से मनाए गए गणेश उत्स्व के पश्चाित् मूर्ति विसर्जन की परंपरा अनुसार नदियों एवं तालाबों व मुख्या जल स्त्रोंतों में मूर्ति को विसर्जित करने के साथ-साथ पूजन सामग्री व निर्माल्या एवं पुरानी तस्वीारों को भी पोलिथिन में पैक कर नदियों में डालने एवं सीधे-सीधे नदियों को प्रदुषित करने की पद्धति के कारण हमारी नदियॉ व जल स्त्रोत प्रदुषित होते जा रहे है ।इन्हेंं रोकने के लिए सामाजिक संगठनों द्वारा जन अभियान परिषद् विकासखण्डत रतलाम के नेतृत्वं में रतलाम नगर के समीप स्थित जामड नदी में फैले गंदगी व प्रदुषण से संभावित बिमारियों को रोकने के लिए स्वच्छता अभियान के तहत् नदी पुर्नजीवन एवं जल संरक्षण को केन्द्रित करते हुए स्वच्छवता अभियान चलाया गया । विगत तीन दिवस से चलाए जा रहे इस अभियान का आज समापन किया गया ।
इस अवसर पर म प्र जन अभियान परिषद् के जिला समन्वयक रत्ने्श विजयवर्गीय के मार्गदर्शन में विकासखण्ड समन्वदयक शिवशंकर शर्मा के नेतृत्व् में जलज नीर सामाजिक संस्थागए दृश्य वेलफेयर सोसायटीए श्री शक्ति सर्वशिक्षा संवर्धन समिति के संयुक्तक तत्वानवधान में दिव्यांदश जोशी राहुल चौहान रूपेंन्द्रससिंह शक्ताभवतए प्रयास कटारियाए रविराजए नवौदित बैरागीए रघुवीरसिंह सिसौदियाए रतनलालजी चरपोटा उपस्थित थे । आज के स्वजच्छेता अभियान में विेशेष रूप से पहॅुचे कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के छात्र.छात्राओं द्वारा अथक परिश्रम किया गया।
जिसमें प्रियंका पॅवार चिना अग्रवाल तपस्या सोलंकी श्रद्धा गौड़ए कविता वसुनियाए दीपक बैरागी द्वारा समाज कार्य का प्रायोगिक कार्य एवं अनुभव प्राप्त करने हेतु विशेष श्रमदान के साथ ही अनुभव प्राप्ता किया गया ।
इस अवसर पर सीएमसीएलडीपी के मेंटर्स राजेश सोलंकीए ,श्रीमती रिंकी शर्मा ,वैदेही कोठारी, रोहित शर्मा आदि द्वारा छात्रों को स्वाच्छिता ही सेवाए स्वीच्छ् भारत अभियान एवं स्वलच्छ्ता पखवाड़ा के महत्वर पर नदी के किनारे विषयों पर चर्चा करते हुए जानकारी प्रदान की गई ।
श्रमदान के माध्यम से नदी के अंदर एवं बाहर बिखरी पड़ी पुष्प मालाए पूजन सामग्री पुरानी तस्वीारे तथा अन्य पोलिथिन व अन्य कचरे को नदी से निकाला गया। लगभग 4 ट्राली कचरा निकाल कर नदी के तट को एवं नदी को स्वच्छ बनाने का कार्य किया एवं सभी ने कचरा न फैलाने देने का संकल्प भी लिया ।