जर्जर मकान की छत गिरने से पत्नी और बच्चो की मौत के बाद गंभीर रूप से घायल पति की भी मौत
रतलाम,25 जून (इ खबरटुडे)। रतलाम शहर के जवाहर नगर में गुरुवार सुबह 5 बजे मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के दो बच्चों सहित तीन की जान चली गई थी। इस घटना में गंभीर रूप घायल युवक को इंदौर रेफर किया गया था । जिसकी रास्ते में ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार जवाहर नगर में आज सुबह 5 बजे मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के दस वर्षीय राजवीर और छह वर्षीय यशिका सहित 35 वर्षीय माँ शर्मिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। वही इस घटना में घायल मृतिका का पति मोहन पिता शांतिलाल गंभीर घायल हो गया था। जिसे जिला अस्पताल से इंदौर रैफर कर दिया गया था। जिसकी रास्ते में ही मौत हो गई ।
मृतक युवक मोहन पेशे से ड्राइवर था और झाबुआ जिले के पारा का रहने वाला था। रतलाम में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था। जिस मकान में हादसा हुआ वह 40-50 साल पुराना बताया गया है। मृतकों के परिवार के लोग सूचना मिलने पर जिला अस्पताल पहुंचे जहा पोस्टमार्टम कर सभी के शव परिजनों को सौंप दिए गए है । परिजनों द्वारा एक साथ सभी मृतकों का अंतिम संस्कार किया। एक ही परिवार के सदस्यों के अंतिम संस्कार को देखकर हर किसी की आखो में आंसू थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिस मकान की छत गिरी उस मकान पर लगभग एक ट्राली रेत (निर्माण समाग्री ) रखी हुई थी। अंदाजा लगाया जा रहा है कि बारिश की वजह से रेत गीली हो चुकी होगी जिससे छत पर वजन कई अधिक बढ़ चूका था और गर्डर फर्शी वाली छत इस वजन को झेल नहीं पायी और गिर पड़ी।
इस घटना के बाद नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे है। जहा बारिश के पूर्व निगम द्वारा ऐसे जर्जर भवनों को चिन्हित किया जाना चाहिए था ,लेकिन रतलाम नगर निगम की बारिश के बाद भी सुस्ती नहीं उडी और ये दुर्घटना घटित हो गई।