छिटपुट विवादों के साथ शान्तिपूर्ण बन्द
अल्पसंख्यक ईलाकों में नहीं रहा बन्द का असर
रतलाम,१३ मार्च(इ खबरटुडे) कांग्रेस के प्रदेशव्यापी बन्द के आव्हान का जिले में मिला जुला असर रहा। जिला मुख्यालय रतलाम में जहां मुख्यबाजारों में बन्द का खासा असर दिखाई दिया वहीं शहर के अल्पसंख्यक ईलाकों में बन्द का कोई असर नजर नहीं आया। दुकानें बन्द कराने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और व्यवसाईयों में अनेक स्थानों पर छिटपुट विवाद हुए लेकिन औसतन बन्द शान्तिपूर्ण रहा। सड़कें सूनी रही और आवाजाही भी आमदिनों की अपेक्षा कम रही।जिला मुख्यालय पर सुबह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जत्थे सड़कों पर दुकानें बन्द कराने के लिए घुम रहे थे। कुछ स्थानों पर व्यवसाईयों और कांग्रेस कार्यकर्ताओंंं के बीच छोटे मोटे विवाद हुए लेकिन बन्द आमतौर पर शान्तिपूर्ण रहा। शहर के सभी प्रमुख बाजार सुबह से बन्द थे। कुछ पैट्रोलपंप बन्द रहे इस वजह से खुले हुए पैट्रोल पंपों पर भारी भीड उमडी।
खुले रहे अल्पसंख्यक क्षेत्र
कांग्रेस के बन्द को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सुबह से विभिन्न ईलाकों में घूम रहे थे। इनमें बडी संख्या में अल्पसंख्यक वर्ग के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल थे,लेकिन शहर के अल्पसंख्यक ईलाकों में बन्द का असर न के बराबर था। मोचीपुरा चौराहे पर अनेक दुकानें खुली थी,वहीं अन्य अल्पसंख्यक ईलाकों में भी सामान्य रुप से व्यावसायिक गतिविधियां जारी थी।
हुए छोटे मोटे विवाद
सरकारी दफ्तर और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बन्द के आव्हान का कोई असर नहीं था। चाय और पान की दुकानों के बन्द रहने से लोगों को परेशानी हुई। चाय नाश्ते की कतिपय दुकानों पर दुकानदार और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की स्थितियां बनी,हांलाकि किसी भी मामले में नौबत एफआईआर तक नहीं पंहुची।
सड़कें रही सूनी
बन्द के आव्हान के चलते आज शहर में टेम्पो और आटो रिक्शा नहीं चले। इस वजह से सड़कें सूनी रहीं वहीं रेलवे स्टेशन और बस स्टैण्ड पर आने जाने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पडा।
जिला रहा बन्द
जिले के अन्य स्थानों से भी शान्तिपूर्ण बन्द रहने के समाचार मिले है। जिले के जावरा कस्बे में करीब ८० प्रतिशत बन्द रहा वहीं आलोट और सैलाना कस्बों में बन्द का ९० प्रतिशत असर रहा।
कडी सुरक्षा व्यवस्था
बन्द के आव्हान के मद्देनजर जिले भर में कडी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सभी संवेदनशील स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पूरे समय स्थिति पर नजर रखे हुए थे।