November 23, 2024

खूंखार आतंकी रहे नाजिर देश के लिए हुए शहीद, 21 बंदूकों की सलामी के साथ अंतिम विदाई

शोपियां(कश्मीर),27 नवंबर(इ खबरटुडे)। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम स्थित चक अशमुजी गांव के निवासियों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले लांस नायक नजीर अहमद वानी को सोमवार (26 नवंबर) को अश्रुपूर्ण विदाई दी। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में एक मुठभेड़ के दौरान रविवार को वानी शहीद हो गए थे। इसमें छह आतंकवादी भी मारे गए थे। सैनिक का पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेट कर कुलगाम में उनके पैतृक गांव अशमुजी लाया गया और उनके परिजनों को सौंपा गया। ताबूत के साथ आये सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वानी शुरूआत में एक आतंकवादी थे, लेकिन बाद में हिंसा की निरर्थकता महसूस करने के बाद वे सेना में शामिल हो गए थे।

अधिकारी ने बताया, ‘‘परिवार के आंसू रूक नहीं रहे हैं और उन्हें इस बात का गौरव है कि लांस नायक वानी के देश और अपने राज्य की शांति के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।’’ रीति-रिवाजों के बाद शव को दफनाने के लिए नजदीक के एक कब्रगाह ले जाया गया जहां 500 से 600 ग्रामीण मौजूद थे। वानी को सुपुर्द ए खाक करते समय 21 तोपों की सलामी दी गई।

वानी का गांव कोनिमूह जैसे इलाकों से घिरा हुआ है जो आतंकवादी गतिविधियों के लिए कुख्यात है। मौत पर शोक जताने के लिए उनके आवास पर ग्रामीण सोमवार सुबह से जमा होने लगे थे। वानी 2004 में प्रादेशिक सेना की 162 वें बटालियन में शामिल हुए थे। रविवार को हुई मुठभेड़ के दौरान शहीद होने वाले वानी के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। बच्चों की उम्र 20 और 18 साल है।

बता दें कि दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले के एक गांव में रविवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के छह आतंकवादी मारे गए। एक आतंकवादी की पहचान शोपियां के मुश्ताक अहमद मीर के रूप में हुई है। वह भोले भाले युवाओं को आतंकवाद में शामिल करने के लिए उकसाता था और लश्कर कैडर को मजबूत करने के लिए लोगों से चंदा जुटाता था। अन्य की पहचान शोपियां के मोहम्मद अब्बास भट्ट और खालिद फारूक मलिक, कुलगाम के उमर मजीद के अलावा मोहम्मद हमीद वागे और एक पाकिस्तानी आतंकी कफील के रूप में की गई है। नागरिकों की हत्या में संलिप्त रहा एक पाकिस्तानी भी मारा गया। इसी दौरान लांस नायक नजीर अहमद वानी शहीद हो गए थे।

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