April 29, 2024

कौशल उन्नयन हेतु विधिवत स्वरूप निर्धारण कर क्रियान्वित करने वाला प्रथम राज्य मध्यप्रदेश – थावरचंद्र गेहलोत

दो सौ सीटर छात्रावास निर्माण की स्वीकृति मिली
रोजगार की पढ़ाई, चले आईटीआई प्रारम्भ

रतलाम 11 मई (इ खबर टुडे )। दो साल पूर्व भारत सरकार द्वारा कौशल उन्नयन के लिये बनाये गये मंत्रालय की नीतियों को विधिवत स्वरूप निर्धारित कर उसे सम्पूर्ण प्रदेश में एक साथ क्रियान्वित करने वाला देश का पहला राज्य मध्यप्रदेश है। निश्चित ही मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों के सार्थक परिणाम मिलेगे और प्रदेश के बच्चे हर जगह अपनी काबिलियत का परचम लहरायेगे। उक्त उद्गार आज आईटीआई परिसर रतलाम में रोजगार की पढ़ाई, चले आईटीआई अभियान शुभारम्भ अवसर पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भारत शासन थावरचंद्र गेहलोत ने मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रिय सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा कि सरकार की योजनाऐं हमेशा विकासात्मक होती हैं और विद्यार्थी यदि ठान ले और संकल्प ले-ले तो मंजिलों का पान मुश्किल नहीं रह जाता है। शुभारम्भ अवसर पर स्थानीय विधायक चेतन्य काश्यप की मांग को पूरा करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने बालिकाओं के लिये छात्रावास निर्माण के लिये आवश्यक धन राशि उपलब्ध कराने की स्वीकृति प्रदान की। जिले में आईटीआई अध्यनरत छात्राओं के लिये दो सौ सीटर छात्रावास का निर्माण होगा।

श्री गेहलोत ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रशिक्षण हमेशा फायदेमंद रहता है। सभी को अपने कौशल उन्नयन के लिये इसका सहभागी बनना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रत्येक कार्य में कौशल की आवश्यकता होती है। इससे बेहतर गुणवत्ता प्राप्त की जा सकती है। जिसके परिणाम सदैव विकास के सहगामी होती है। उन्होने अपने उद्बोधन में चीन और जापान का उदाहरण देते हुए कौशल की महत्ता को बताया। श्री गेहलोत ने कहा कि देश में 65 प्रतिशत से अधिक आबादी 35 वर्ष से कम आयु वर्ग की है। केन्द्रीय सरकार के द्वारा दो वर्ष पूर्व कौशल विभाग का गठन कर युवाओं को प्रत्येक क्षेत्र में दक्ष करने का संकल्प लिया गया है। मध्यप्रदेश सरकार उसी लक्ष्य को एक कदम आगे ले जाकर प्रदेश के हर युवा को नौकरी करने के लिये ही योग्य नहीं बनाना चाहती बल्कि युवाओं को उद्यमियों के रूप में आगे बढ़ाकर नौकरी प्रदाता बनाना चाहती है। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य हैं जहां एक साथ इतने वृहद् स्तर पर पूर्ण कार्य योजना बनाकर कौशल उन्नयन का कार्य किया जा रहा है।
विद्यार्थी स्वयं अपना रास्ता चुने – सांसद श्री भूरिया
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रिय सांसद श्री भूरिया ने कहा कि विद्यार्थी यदि ठान ले और लगन से कार्य करें तो उन्हें उनकी मंजिलें आसानी से मिल सकेगी। प्रत्येक बच्चा माता-पिता के सपनों को साकार करने में सक्षम हो सकेगा। सरकार के द्वारा चलायी गई विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने के लिये अपनी क्षमताओं के अनुरूप विद्यार्थी स्वयं अपना रास्ता चुने। यदि वे संकल्प लेगें तो उनकी सफलता के रास्ते स्वतः ही खुलते चले जायेगे। सफलता के लिये उन्होने दूरदृष्टि-पक्का इरादा को मूल मंत्र बताया।

नवभारत उदय में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने शुभारम्भ अवसर पर कहा कि नवभारत के उदय में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। युवाओं को कुशल एवं दक्ष बनाने के लिये ही कौशल उन्नयन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा आज के दिन सम्पूर्ण प्रदेश में एक साथ मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना और बालिकाओं के लिये मुख्यमंत्री कौशल्या योजना का शुभारम्भ रोजगार की पढ़ाई, चले आईटीआई अभियान के अंतर्गत किया गया है।उन्होने कहा कि जिले में बनने वाले नमकीन क्लस्टर और मेडिकल काॅलेज से भी विभिन्न कार्यो में दक्ष युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकेगें।

आईटीआई की छात्राओं के लिये छात्रावास भवन बनेगा
रोजगार की पढ़ाई, चले आईटीआई अभियान के प्रदेश स्तरीय शुभारम्भ अवसर के उपलक्ष्य में जिले में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री थावरचंद्र गेहलोत ने आईटीआई में अध्यनरत छात्राओं को छात्रावास की सौगात दी। उन्होने के कहा कि दो सौ सीटर छात्रावास भवन के निर्माण के लिये सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के लिये आवश्यक धनराशि जिले को उपलब्ध कराई जायेगी। राशि जारी करने के पूर्व जिले से भवन निर्माण के लिये आवश्यक भूमि का चिन्हाकंन कर उसका आवंटन प्रदान करना होगा साथ ही एक प्रस्ताव जिले की और से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय को प्राप्त होना अपेक्षित होगा। प्रस्ताव प्राप्त होते ही राशि जारी कर दी जायेगी जिसके उपरांत शीघ्र ही भवन निर्माण का कार्य भी प्रारम्भ हो जायेगा। म.प्र. सरकार और सामाजिक न्याय विभाग की योजनाओं का लाभ एक साथ मिलेगा

कलेक्टर करेगें समन्वय
केन्द्रीय मंत्री थावरचंद्र गेहलोत ने कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर को रतलाम जिले के विभिन्न आईटीआई संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को सामाजिक न्याय विभाग के द्वारा दिये जाने वाले लाभों से लाभान्वित करने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा हैं कि कलेक्टर मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा कौशल उन्नयन के लिये किये जा रहे प्रयासों के अंतर्गत मिलने वाले लाभों के साथ ही सामाजिक न्याय विभाग के लाभों को भी विद्यार्थियों को दिलाने के लिये समन्वय का कार्य करेगे। उल्लेखनीय हैं कि सामाजिक न्याय विभाग के अंतर्गत भी कौशल उन्नयन के लिये प्रशिक्षण दिया जाता हैं। प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण की अवधि में मानदेय भी दिया जाता है। मानदेय की व्यवस्था विभाग विभिन्न वित्त विकास निगम के माध्यम से करता है।

शुभारम्भ अवसर पर मध्यप्रदेश वित्त आयोग के अध्यक्ष हिम्मत कोठारी, जिला पंचायत के अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा, महापौर डाॅ. सुनिता यार्दे, रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, सैलाना विधायक श्रीमती संगीता चारेल, आलोट विधायक जितेन्द्र गेहलोत, खाचरोद (उज्जैन) विधायक दिलीपसिंह शेखावत, जिला योजना समिति के सदस्य बजरंग पुरोहित, नगर निगम सभापति अशोक पोरवाल, नेता प्रतिपक्ष यास्मीन शेरानी, कान्हसिंह चैहान, उमेश मामा मिश्रा, कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर, पुलिस अधीक्षक अमितसिंह, एडीएम डाॅ. कैलाश बुन्देला, एसडीएम श्रीमती नेहा भारतीय, संयुक्त संचालक कौशल विकास डी.व्हाय. गंगाजलीवाले, प्राचार्य आईटीआई यु.के.आहिरवाल, प्राचार्य महिला आईटीआई एस.एल.प्रजापति अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण और आईटीआई के विद्यार्थी उपस्थित थे।

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