किसानों की आय को दुगूना करने और भी तालाब बनायेगे – प्रभारी मंत्री
साढ़े चार करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले नये सिंचाई तालाब का अमरपुराकलां में भूमिपुजन
रतलाम ,27 मई(इ खबरटुडे)। मध्यप्रदेश की राजस्थान से लगती सीमा के अंतिम गॉव अमरपुराकलां (बाजना) के किसानों के चहरे खिले-खिले थे। उनकी बहुप्रतिष्ठित मांग को आज रतलाम जिले के प्रभारी मंत्री और तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास (स्व.प्र.) स्कूल शिक्षा, श्रम विभाग मंत्री म.प्र.शासन दीपक जोशी ने भूमिपुजन कर पूर्ण करने का श्री गणेश किया। श्री जोशी ने अपने उद्बोधन में कृषकों को आश्वस्त किया की किसानों की आय को दुगुना करने के लिये शासन संकल्पित होकर कार्य कर रही है।
तालाब से सिंचाई के साधन के अलावा रोजगार भी मिलेगा – सांसद भूरिया
इस प्रकार के और भी सिंचाई तालाब क्षेत्र में आवश्यकतानुसार बनाये जायेगे। रतलाम-झाबुआ सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा कि सिंचाई तालाब के बन जाने से कृषकों के लिये सिंचाई का पानी सुलभ हो जायेगा। साथ ही क्षेत्रिय लोगों को निर्माण कार्य के दौरान रोजगार भी मिलेगा। क्षेत्रिय विधायक श्रीमती संगीता चारेल ने अनुसूचित जनजाति बहुल पिछड़े क्षेत्र के लिये साढ़े चार करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले तालाब को अभूतपूर्व सौगात बताया है। कृषि उपज मण्डी सैलाना के अध्यक्ष विजय चारेल ने भी कृषकों को सम्बोधित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोमेश मिश्रा भी मौजूद थे।
प्रभारी मंत्री दीपक जोशी ने कृषकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान स्वयं कृषक है। वे कृषकों के कष्टों से भलीभांति वाकिफ है। प्रदेश सरकार निरंतर कृषकों के कल्याण के लिये कार्य कर रही है। इसी का परिणाम हैं कि सरकार विगत चार वर्षो से लगातार देश में कृषि कर्मण अवार्ड जीत रही है। उन्होने कहा कि कृषकों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये इस प्रकार के तालाब और बांध बनाये जायेगे। श्री जोशी ने कहा कि अमरपुराकलां में बनने वाले इस तालाब से 160 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। उन्होने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य को समयसीमा में पूर्ण करें। साथ ही गुणवत्ता का विशेष तौर पर ध्यान रखे। प्रभारी मंत्री ने बगैर बिजली आपूर्ति के किसानों को बिल दिये जाने संबंधी शिकायतों के निवारण के संबंध में मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बारिश के पूर्व विद्युत विभाग के द्वारा क्षेत्र में समस्या निवारण शिविर लगाये जायेगे। इन शिविरों में किसानों की बिजली संबंधी समस्याओं का निराकरण किया जायेगा।
कृषकों को मुआवजा पहले दिलाये
रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के सांसद कांतिलाल भूरिया ने सिंचाई तालाब के भूमिपूजन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होने कहा कि तालाब के बनने से जहा एक और किसानों को सिंचाई का पानी सुविधाजनक तरीके से मिल सकेगा वही क्षेत्र वासियों को रोजगार भी उपलब्ध होगा। लोगों रोजगार के लिये राजस्थान या गुजरात नहीं जाना होगा। श्री भूरिया ने तालाब के लिये अधिगृहित की जाने वाली जमीन के मालिक कृषकांे को मुआवजा दिलवाने का अनुरोध भी किया। उन्होने क्षेत्र मंे रेल्वे लाईन के बनने के कारण अधिगृहित होने वाली जमीनों के मालिको को भी मुआवजा राशि यथाशीघ्र दिलाने की मांग की। सांसद ने बारिश के पूर्व अधूरे निर्माण कार्यो को पूर्ण कराये जाने के लिये आवश्यक कदम उठाये जाने का अनुरोध भी किया।
प्रत्येक क्षेत्र में विकास हुआ है
क्षेत्रिय विधायक श्रीमती संगीता चारेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार के नेतृत्व में पिछड़े हुए क्षेत्र में भी निरंतर विकासात्मक कार्य हो रहे है। प्रत्येक क्षेत्र में विकास हुआ है। कॉलेज खुला हैं, आई.टी.आई.कॉलेज खुला हैं, सिंचाई के साधन विकसित हुए हैं, महिला सशक्तिकरण हुआ हैं। उन्होने कहा कि सरकार पिछड़े क्षेत्र के विकास के लिये निरंतर कार्य कर रही है और आगे भी करेगी।
भूमिपूजन एवं शिलान्यास समारोह में जनपद अध्यक्ष रामकुंवर मानसिंग देवदा, पूर्व विधायक लालीग देवदा, जिला पंचायत सदस्य नारायण मईड़ा, मोती निनामा, हर्ष विजय गेहलोत, हरिश ठक्कर, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री हरिकिशोर मालवीय, जनप्रतिनिधिगण, कृषक व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।