कांग्रेस के मायावी प्रचार का सतर्कता के साथ जवाब दे
भाजपा के संसदीय कार्यालय का शुभारम्भ
उज्जैन 19 मार्च (इ खबरटुडे)। संसदीय चुनाव कार्यालय के शुभारम्भ के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव का आगाज कर दिया है। दशहरा मैदान में भाजपा प्रत्याशी डॉ. चिंतामणी मालवीय के केन्द्रीय चुनाव कार्यालय का शुभारम्भ राष्ट्रीय महासचिव थावरचंद गेहलोत, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.सत्यनारायण जटिया तथा पूर्व संगठन महामंत्री माखनसिंह चौहान ने संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में किया।
समारोह को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि मौजूदा चुनाव सरल नहीं है। कांग्रेसनीत गठबंधन की यूपीए सरकार की नाकामयाबी और भारतीय जनता पार्टी का एकमात्र विकल्प की आषा ने पार्टी के प्रति समाज में अनुकूलता का वातावरण कायम किया है। समाज में कार्यरत पार्टी के कार्यकर्ता का उत्साह और उमंग का भाव समाज को अनुकूलता का वातावरण प्रदान कर रहा है। ऐसी अनुकूलता में धोखा भी छिपा रहता है जिससे सावधान रहने की नितांत आवश्यकता है। कांग्रेस और उसके उम्मीदवार किसी भी स्तर पर जाकर समाज में भ्रम का वातावरण बनाएंगे। कांग्रेस के इस मायावी प्रचार का सतर्कता के साथ जवाब देना होगा। तभी जाकर हम क्षेत्र में पिछली जीत का रिकार्ड तोड़ पाएंगे। इस अवसर पर डॉ. जटिया और गेहलोत ने भी संबोधित किया। वहीं प्रत्याशी डॉ. चिंतामणी मालवीय ने कहा कि पार्टी संगठन में उन पर जो भरोसा किया है उसे वे सभी कार्यकर्ताओं के सहयोग से पूरा करने के लिए कटिबध्द है। वे एक प्रतीक है। संसदीय क्षेत्र का एक-एक कार्यकर्ता स्वयं को उम्मीदवार मानकर भाजपा की विजयश्री में अपना योगदान देगा। इस दौरान संसदीय क्षेत्र के पालक बाबूलाल जैन, संभागीय संगठन मंत्री राकेश डागोर, राजेश परमार, इकबालसिंह गांधी, श्याम बंसल, मंत्री पारस जैन, विधायक बहादुरसिंह चौहान, डॉ. मोहन यादव, दिलीपसिंह शेखावत, अनिल फिरोजिया, सतीश मालवीय, मुकेश पण्डया, जितेन्द्र गेहलोत, महापौर रामेश्वर अखण्ड, अनिल जैन कालूहेड़ा, अशोक प्रजापत, सत्यनारायण चौहान, श्रीराम तिवारी, रामसिंह सोलंकी, भानू भदौरिया, धनंजय शर्मा, दयाराम धाकड़ आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे। संचालन नगर जिला महामंत्री विवेक जोशी ने किया। अंत में आभार राजेश परमार ने माना।
कांग्रेस छोड़ भाजपा में हुए शामिल
इस दौरान एक दर्जन से अधिक कांग्रेसी पार्टी की सदस्यता त्याग कर भाजपा में शामिल हुए। मीडिया प्रभारी जयप्रकाश जूनवाल ने बताया कि कांग्रेस की रीति नीतियों से परेशान होकर कांग्रेस के जिला संगठन महामंत्री धीरज आंजना, संगठन सचिव पंकज रूसिया, परसराम जाट, प्रदीप सुहाने, नितिन जोशी, प्रदीप शर्मा, योगेश विश्वकर्मा, रोहित पसारी, दीपक ठाकुर, लक्की राजा, धर्मेन्द्र जाट, ओमप्रकाश जाट, अनोखीलाल जाट, रणजीत बोड़ाना, राजेश, राहुल राठौर, कमल राठौर, महेश जाट आदि ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान इन्होंने भाजपा प्रत्याशी को लोकसभा चुनाव में जिताने का संकल्प भी लिया। हालांकि कांग्रेस द्वारा जारी जम्बों सूची में पदाधिकारियों में इनके नाम नहीं है।
जिला अध्यक्ष की टीम में था शामिल
बताया जाता है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाला धीरज आंजना सहित अन्य कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष जयसिंह दरबार के खास समर्थक माने जाते थे, लोकसभा चुनाव के ठीक पहले इनका भाजपा में शामिल होना कहीं न कहीं कांग्रेस की कुछ बूथों पर कमजोरी को उजागर कर रहा है। वहीं इससे यह भी साफ होता दिखाई दे रहा है कि कार्यकर्ताओं को सांसद के नजदीक पहुंचने से कुछ लोग रोकने में लगे हैं, इनमें तीन लोग प्रमुख रूप से इन दिनों सांसद कार्यालय पर चर्चा में है।
पिता पदाधिकारी, धीरज कार्यकर्ता : दरबार
कांग्रेस के जिला ग्रामीण पदाधिकारियों के भाजपा में शामिल होने के मुद्दे पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जयसिंह दरबार ने कहा कि धीरज आंजना कार्यकर्ता थे। इनके पिता पदाधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि जाते हुए को रोका नहीं जाता है। सबकी अपनी इच्छाएं हैं। मुझे शाम को बड़नगर से लौटने पर उनके पार्टी छोड़कर जाने का मालूम पड़ा। उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
320 पदाधिकारियों की सूची भी चमत्कार नहीं कर पाई
उज्जैन जिला ग्रामीण कांग्रेस की कार्यकारिणी में 320 पदाधिकारियों की घोषणा विधिानसभा चुनाव से पूर्व जून माह में की गई थी। बहुप्रतिक्षित इस कार्यकारिणी सूची में जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों में 320 कार्यकारिणी और पदाधिकारी बनाये गये थे। इनमें 29 उपाध्यक्ष, 1 कोषाध्यक्ष, 70 महामंत्री, 80 संगठन सचिव, 140 कार्यकारिणी सदस्य घोषित किये गये। इसके बावजूद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की दुर्गति रही।
कोषाध्यक्ष ही बागी हो गए
उज्जैन जिला ग्रामीण कांग्रेस की घोषित सूची में दिनेश जैन बोस को कोषाध्यक्ष के एकमात्र पद पर सुशोभित किया गया था। विधानसभा चुनाव में महिदपुर से टिकट नहीं मिलने पर बोस ने बगावत कर दी और वे निर्दलीय मैदान में डट गए। सांसद समर्थक श्री बोस ने विधानसभा चुनाव के परिणाम में कांग्रेस प्रत्याशी को भी पीछे छोड़ दिया था। कोषाध्यक्ष का यह पद जिला ग्रामीण कांग्रेस में अब भी रिक्त पड़ा है। जिलाध्यक्ष श्री दरबार के मुताबिक वर्तमान में यह पद रिक्त है। यानी कि कोषाध्यक्ष विहीन जिला कांग्रेस है।