कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर राहुल की ताजपोशी से पहले विरोध, शहजाद पूनावाला ने पूछा- क्या यह ‘फैमिली बिजनेस’ है
नई दिल्ली,30 नवंबर(इ खबरटुडे)। राहुल गांधीके कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी की चर्चा के बीच पार्टी के अंदर से ही सवाल उठने शुरू हो गए हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस के सचिव और न्यूज चैनलों की डिबेट में अक्सर दिखने वाले शहजाद पूनावाला ने इसे ‘धोखा’ और ‘ढकोसला’ करार दिया है. उन्होंने कहा कि वह भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसके साथ ही पूनावाला ने उस प्रक्रिया की भी कड़ी आलोचना की जिसके तहत राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए चुना जाना है. शहजाद पूनावाला ने कहा है कि सबसे पहले राहुल गांधी को कांग्रेस उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहिए ताकि वह इस दौरान किसी भी तरह का ‘अनुचित लाभ’ न ले सकें.
इसके साथ ही शहजाद ने राहुल गांधी को बहस की भी चुनौती दे डाली. उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा ‘क्या वह (राहुल गांधी) मेरे साथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के तौर पर टीवी पर डिबेट के लिए तैयार हैं ताकि यह पता लग सके कि हमारा पार्टी को लेकर क्या विजन है. हमारा आंकलन मेरिट के आधार पर हो सकता है न कि सरनेम के आधार पर.’ पूनावाला ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या हम एक ‘फैमिली बिजनेस’ में हैं.
चुनाव प्रक्रिया पर उठाए सवाल
महाराष्ट्र कांग्रेस के सचिव शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस में अध्यक्ष की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया और कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुआ तो वह अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे. शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर वंशवाद को भी निशाना बनाया और कहा कि एक परिवार से किसी एक को ही पद मिलना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो. पूनावाला का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में राहुल की ताजपोशी की तैयारियां जोरों पर हैं.
सुधारों पर स्टैंड लें राहुल
शहजाद पूनावाला ने कहा कि 2011 से मैं राहुल गांधी का अप्वाइंटमेंट लेना चाह रहा हूं ताकि उन्हें पार्टी में खामियों के बारे में बता सकूं. शहजाद पूनावाला ने कहा कि मेरा एजेंडा पार्टी को एक्सपोज करना नहीं है बल्कि सुधार करना है. मेरी कोशिश पार्टी में सुधार की है और इंतजार कर रहा हूं कि राहुल गांधी इस पर स्टैंड लेंगे. क्यों नहीं वे एक परिवार के एक सदस्य को ही टिकट देते हैं.
भाई तहसीन पूनावाला ने बनाई दूरी
शहजाद पूनावाला के इस बयान के बाद उनके भाई और कांग्रेस के ही नेता तहसीन पूनावाला ने ट्वीट कर शहजाद के इस बयान से खुद को अलग कर लिया और कहा कि अब उनका शहजाद से कोई लेना-देना नहीं है.
कांग्रेस ने दिया ये जवाब
शहजाद पूनावाला के हमलों पर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि शहजाद पूनावाला पिछली कमेटी में थे, इस बार जो कमेटी बनी उसमें वो नहीं हैं. यहां तक कि, वो इस बार कांग्रेस पार्टी के सदस्य तक नहीं बने. ऐसे में जो कांग्रेस का सदस्य तक नहीं उसको मीडिया गंभीरता से न ले.
शहजाद की दावेदारी के लिए ये जरूरी
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार से नामांकन पत्र दाखिल किए जाने हैं. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी 4 दिसंबर को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे, क्योंकि राहुल 1 और 2 दिसंबर को केरल में रहेंगे. माना जा रहा है कि राहुल गांधी को चुनाव का सामना नहीं करना पड़ेगा, उन्हें निर्विरोध चुन लिया जाएगा. अगर कोई और पद पर दावेदारी करना चाहेगा तो उसके लिए जरूरी होगा कि प्रदेश कांग्रेस कमिटी के 10 प्रतिनिधि उनका नाम प्रस्तावित करें.