करवा चौथ पर जवान को आना था घर, पहुंचा उसका शव, 7 साल की बेटी ने दी मुखाग्नि
शिवपुरी/ करैरा,28 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। करवा चौथ पर पत्नी को चेहरा दिखाकर व्रत तोड़ने का वादा करने वाले सेना के जवान का शव शनिवार को उसके घर आया। दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह है कि राजकुमार की छुटटी मंजूर हो गई थी और उसे करवा चौथ के दिन ही गांव में बच्चों और पत्नी के बीच पहुंचना था, लेकिन जब करवा चौथ के दिन उसका शव यहां पहुंचा तो हर आंख नम हो गई।
पत्नी अनीता की तो पति की मौत की खबर के बाद से ही हालत खराब होती चली गई और शनिवार दोपहर तो उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जवान की मौत 25 अक्टूबर को गुजरात के नौसारी में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। शनिवार को पैतृक ग्राम ढला में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद जवान राजकुमार को उनकी बड़ी बेटी सात साल की रिया ने मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी।
करैरा के ग्राम ढला के रहने वाले भारतीय सेना में पदस्थ नायक राजकुमार पुत्र कल्याण यादव की 25 अक्टूबर को गुजरात के नौसारी में डयूटी पर पदस्थ रहते हुए हादसे का शिकार होने से मौत हो गई थी। शनिवार को उसका शव सेना के टुकडी वाहन से पहले करैरा और फिर ढला पहुंचा तो शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ आया। करैरा में वाहन के साथ बड़ी संख्या में लोग शहीद सैनिक राजकुमार यादव के साथ पैदल अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
लिफ्ट का दरवाजा अचानक खुलने से हुए थे हादसे का शिकार-
शहीद राजकुमार का शव लेकर गांव पहुंचे भारतीय आर्मी में पदस्थ हवलदार नाना दत्त ने मीडिया को बताया कि राजकुमार मूलत: 18 कुमाऊं रेजीमेंट में पदस्थ थे और वर्तमान में वे नौसारी में एनसीसी की 20वीं बटालियन में सेवाएं दे रहे थे। 25 अक्टूबर को जब वे अपनी कमांडिंग ऑफिसर के निवास पर डाक देने जा रहे थे इस दौरान उनके पांचवी मंजिल पर स्थित घर तक पहुंचने के लिए उन्होंने लिफ्ट का सहारा लिया। इस दौरान लिफ्ट का गेट खुल गया और वे ग्राउंड फ्लोर पर आ गिरे। जिससे छाती व सिर में गंभीर चोट आने से उनकी मौत हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि डयूटी पर यह हादसा होने के कारण उन्हें शहीद का दर्जा दिया गया है।
अंतिम यात्रा में शामिल हर आंख नम थी
जैसे ही शहीद का शव करैरा पहुंचने की जानकारी क्षेत्रीय नेताओं को मिली तो भाजपा कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों के नेता अंतिम यात्रा में शामिल होने शहीद के पैतृक गांव ढला जा पहुंचे और शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया। शोक जताने जो नेता पहुंचे उनमें करैरा विधायक शकुंतला खटीक, मानसिंह फौजी, पूर्व विधायक ओमप्रकाश खटीक, योगेश करारे, मुकेश खटीक सहित अन्य नेता गांव पहुंचे थे।