कमिश्नर ने निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की
गुणवत्ता से समझौता नहीं करने की ताकीद
रतलाम 21 मार्च (इ खबरटुडे)। कमिश्नर अरूण पाण्डेय ने आज यहां आयोजित बैठक में जिले में विभिन्न योजनाआें के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्हाेंने अधिकारियाें को ताकीद की कि किसी भी स्थिति में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाए। बैठक में कलेक्टर राजेन्द्र शर्मा एवं सीईओ जिला पंचायत अर्जुनसिंह डावर भी मौजूद थे।
बैठक में कमिश्नर श्री पाण्डेय ने मुख्यमंत्री सडक योजना के तहत जिले में बन रही सडकाें के बारे में विस्तृत समीक्षा की। उन्हाेंने कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा से इस संबंध में जानकारी तलब की। कार्यपालन यंत्री ने बताया कि 26 सडकाें का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है तथा 31 मार्च तक सभी 40 सडकाें का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। कमिश्नर ने प्रगति की विकासखण्डवार समीक्षा की। उन्हाेंने जिले में मुख्यमंत्री सडक योजना के अंतर्गत हुई प्रगति को संभाग के अन्य जिलाें से बेहतर बताते हुए स्थिति को संतोषजनक निरूपित किया। श्री पाण्डेय ने कार्यपालन यंत्री से जानना चाहा कि सडक निर्माण कार्यों में वन विभाग या खनिज विभाग से संबंधित कोई समस्या तो नहीं है। कार्यपालन यंत्री ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई समस्या नहीं है। श्री पाण्डेय ने कहा कि मनरेगा के तहत चल रहे निर्माण कार्यों को यथासंभव वर्षा आरंभ होने के पूर्व पूरा किया जाए। उन्हाेंने पंचायत भवन व सामुदायिक भवन निर्माण कार्य में हुई प्रगति की बाबत् भी दरयाफ्त किया। कमिश्नर ने निर्देश दिए कि निर्माण कार्य की गति बढाई जाए। उन्हाेंने जिले में आंगनबाडी केन्द्राें के निर्माण कार्य के बारे में भी जानकारी ली। साथ ही ऐसे आंगनबाडी केन्द्राें में कार्यकर्ताआें व सहायिकाआें की नियुक्ति का काम 15 अप्रैल तक पूर्ण करने के निर्देश दिए जिनमें पद खाली हैं।
कमिश्नर श्री पाण्डेय ने प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के अंतर्गत जिले में जारी सडक निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति की भी जानकारी ली। महाप्रबंधक श्री तोमर ने बताया कि तीन सडकाें के अलावा शेष का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। उन्हाेंने कहा कि शेष तीन सडकें भी निर्धारित समय सीमा से पूर्व पूर्ण कर ली जाएंगी। श्री पाण्डेय ने बैठक के दौरान लोक निर्माण विभाग द्वारा सडकाें पर पैचवर्क तथा अन्य कार्यों के बारे में जानकारी ली। कार्यपालन यंत्री ने विश्वास दिलाया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे सडक मरम्मत कार्य तय समय-सीमा में पूरे कर लिए जाएंगे। कमिश्नर श्री पाण्डेय ने लोक निर्माण विभाग के उन कार्यों की प्रगति की बाबत् भी पडताल की जो अन्य विभागाें से संबंधित हैं। विशेष रूप से शिक्षा,स्वास्थ्य,आदिवासी विकास तथा राजस्व विभागाें से जुड़े कार्यों की प्रगति के बारे में श्री पाण्डेय ने ब्यौरा मांगा। उन्हाेंने इस बात पर जोर दिया कि अन्तर्विभागीय कठिनाईयाें को समय-सीमा बैठक में ही कलेक्टर के मार्गदर्शन में दूर कर लिया जाना चाहिए। कमिश्नर ने जानना चाहा कि ऐसे निर्माण कार्यों के सिलसिले में क्या कार्यवाही की जा रही है जिनकी समय-सीमा निकल चुकी है। उन्हाेंने कहा कि सडक और बिजली राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले मसले है। श्री पाण्डेय ने सचेत किया कि संबंधित अधिकारियाें को लगातार प्रगति की मॉनीटरिंग सुनिश्चित करनी चाहिए और समय-सीमा में कार्य पूरे करने के प्रति किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
कमिश्नर श्री पाण्डेय ने सभी कार्य-विभागाें के अधिकारियाें को ताकीद की कि वे निर्माण कार्यों को तीव्र गति से पूरे करने के लिए मुहिम शुरू करें अन्यथा वर्षा आने पर कार्य पिछडते जाएंगे और सामग्री महंगी होती जाने के कारण लागत बढने की स्थितियां निर्मित हाेंगी जो वांछनीय नहीं है। उन्हाेंने यह भी कहा कि विभागीय कार्य लोक निर्माण विभाग के हवाले कर संबंधित विभाग प्रमुख निश्ंचित न बैठ जाएं। उन्हें चाहिए कि वे स्वयं अपने विभागीय निर्माण कार्य समय से पूरे किए जाने के प्रति जागरूक रहें।
बैठक में कार्यपालन यंत्री जल संसाधन ने कमिश्नर को अवगत कराया कि जून-2012 तक 7 नाला क्लोजर कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। कमिश्नर ने इस बाबत भी जानकारी चाही कि किसी कार्य में भू-अर्जन से जुड़ी ऐसी समस्या तो पेश नहीं आ रही जिसके कारण कार्य की प्रगति अवरूध्द हो गई हो। उन्हाेंने इस सिलसिले में संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में श्री पाण्डेय ने लीड बैंक अधिकारी श्री हिम्मतलाल गेलडा से स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना एवं अन्य योजनाआें की प्रगति के बारे में जानकारी ली। साथ ही उन्हें निर्देश दिए कि वे योजना यिान्वयन में बैंकाें की सकारात्मक भूमिका सुनिश्चित करें। श्री पाण्डेय ने जिले में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्हाेंने पीएचई के कार्यपालन यंत्री एस.के.श्रीवास्तव को हिदायत दी कि वे विभाग के मैदानी कर्मचारियाें का मुख्यालय पर रहना सुनिश्चित करें। मैदानी कर्मचारियाें के अप-डाउन करने की प्रवृत्ति से सख्ती से निपटा जाए। उन्हाेंने बिग़डे हैण्डपंपो का सुधार कार्य कराने के भी निर्देश दिए। श्री पाण्डेय ने कहा कि किसी भी स्थिति में जनता को पेयजल संकट महसूस नहीं होना चाहिए।
कमिश्नर श्री पाण्डेय ने बैठक में कहा कि परिवार कल्याण कार्यम के निर्धारित लक्ष्य पूरे करने की दिशा में सभी संबंधित अधिकारियाें को गंभीर प्रयास करने चाहिए। उन्हाेंने इस संबंध में सभी अनुविभागीय अधिकारियाें से भी ध्यान देने की अपेक्षा की। स्वास्थ्य विभाग की अन्य योजनाआें की प्रगति की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कमिश्नर को लक्ष्य पूरा होने का भरोसा दिलाया। श्री पाण्डेय ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के सिलसिले में चर्चा के दौरान विभाग प्रमुखाें को निर्देश दिए कि वे अधीनस्थ कार्यालयाें का निरीक्षण कर अधिनियम के प्रावधानाें का पालन सुनिश्चित करें। श्री पाण्डेय ने बैठक में मौजूद जनपद पंचायताें के मुख्य कार्यपालन अधिकारियाें से भी विभिन्न योजनाआें के यिान्वयन के बारे में जानकारी ली। कमिश्नर ने साफ तौर पर पूछा कि किन वजहाें के चलते योजनाआें के भौतिक व वित्तीय लक्ष्य पूरे करने में समस्याएं सामने आ रही है। उन्हाेंने विशेष रूप से इंदिरा आवास योजना,मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना,मनरेगा,कपिलधारा कूप योजनाआें के बारे में जानकारी तलब की। कमिश्नर ने हिदायत दी कि कपिलधारा योजना में कूप निर्माण के नए कार्य तभी हाथ में लिए जाएं जब उन्हें 31 मई तक पूर्ण करने का भरोसा हो। श्री पाण्डेय ने जनपद पंचायत सैलाना के सीईओ की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए उन्हें सख्त हिदायत दी कि या तो वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं अथवा कडी कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
बैठक में कमिश्नर श्री पाण्डेय ने सभी तरह के निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियाें को अभियान चलाने के निर्देश दिए ताकि बारिश के आने से पहले कार्यों को पूरा किया जा सके। उन्हाेंने ताकीद की कि निर्माण कार्यों की नियमित मॉनीटरिंग की जाए। उन्हाेंने कहा कि अन्य योजनाआें में भी अधिकारीगण वित्तीय वर्ष के समापन के पूर्व लक्ष्य हासिल करने की हरचंद कोशिशें करें। ग्रामीण क्षेत्राें में पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सुचिंतित योजना तैयार कर उस पर अमल किया जाए। श्री पाण्डेय ने कहा कि योजना यिान्वयन में जिले को पीछे नहीं रहना चाहिए और यह तभी मुमकिन है जब विकासखण्ड और अनुविभाग स्तर पर इसके लिए पूरी ईमानदारी से प्रयास किए जाएं। उन्हाेंने वन अधिकार अधिनियम के यिान्वयन की स्थिति की भी समीक्षा की। बैठक में अपर कलेक्टर अमरसिंह बघेल, वन मंडलाधिकारी प्लास तथा सभी अनुविभागीय अधिकारी,तहसीलदार और जनपद पंचायताें के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मौजूद थे।
जिले में अपने प्रवास के दूसरे दिन 22 मार्च को कमिश्नर अरूण पाण्डेय ग्रामीण अचंलाें में विभिन्न निर्माण कार्यों का मुआयना करेंगे। वे ग्राम दूधाखेड़ी (नानगर) में कपिलधारा कूप, जावरा सीतामऊ रोड से अकोली बारहमासी सडक, जावरा सीतामऊ रोड से तरासिया बारहमासी सडक, रिंगनोद से चौकी बारहमासी सडक तथा ग्राम पंचायत भवन परवलिया का निरीक्षण करेंगे।
श्री पाण्डेय ग्राम गुर्जरबर्डिया में पंचायत भवन निर्माण,मिण्डली में नंदन फलोद्यान पेपीगार्डी में जलाशय, कोटडी ताल में बारहमासी सडक (कोटडी ताल से खैरजमुनिया ), ग्राम करवाखेड़ी में प्राथमिक विद्यालय के अतिरिक्त कक्ष, ग्राम निपानिया लीला में वृक्षारोपण दूधतलाई तथा ग्रामीण ीड़ांगन कार्य का अवलोकन करेंगे।कमिश्नर श्री पाण्डेय ग्राम भूतिया में नंदन फलोद्यान, आलोट में सी.सी.रोड अंजुमन कॉलोनी एम-40 रोड एवं पशु चिकित्सालय भवन तथा ग्राम शीशाखेड़ी में निर्मल नीर, सार्वजनिक पेयजल कूप भोईखेड़ा का भी निरीक्षण करेंगे।