November 23, 2024

उपचुनाव : खुफिया रिपोर्ट ने उड़ाई राज्‍य सरकार की नींद

भोपाल,14 नवंबर (इ खबरटुडे)। रतलाम-झाबुआ लोस सीट पर उपचुनाव को लेकर ताजा खुफिया रिपोर्ट ने सत्ता-बीजेपी संगठन के दिग्गजों की बेचैनी बढ़ा दी है। इसमें कहा गया है कि आदिवासी बहुल इलाके में कांग्रेस का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। बीजेपी को कमल खिलाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे। खासतौर पर झाबुआ एवं आलीराजपुर जिले के मतदाताओं को रिझाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की डिमांड बताई गई है। इसके चलते चौहान ने धुआंधार प्रचार के लिए एक सप्ताह का कार्यक्रम बनाया है।

बिहार विस चुनाव के नतीजों के बाद उपचुनाव में बीजेपी की मैदानी स्थिति बयां करती खुफिया महकमे की इस रिपोर्ट में झाबुआ लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर बताई गई है। इसमें कहा गया है कि क्षेत्र में कांग्रेस का ग्राफ तेजी से सुधर रहा है। यही वजह है कि बीजेपी ने दीपावली के बाद सप्ताह भर के प्रचार अभियान की नए सिरे से रणनीति बनाई।
क्षेत्र में बाकी नेताओं की तुलना में केवल सीएम की डिमांड सर्वाधिक है। शुक्रवार को आलीराजपुर, रानापुर और रतलाम जिले में कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई गई। प्रचार की पूरी कमान मुख्यमंत्री ने अपने हाथ में लेते हुए तय तिथि से एक दिन पहले 13 नवंबर को ही रतलाम-झाबुआ में डेरा डाल दिया।
सीएम की 26 सभाएं
रतलाम, झाबुआ एवं आलीराजपुर के गांवों में 14 से 19 नवंबर तक मुख्यमंत्री का चुनावी दौरा है। वह संसदीय क्षेत्र में 26 चुनावी सभाएं करेंगे। 16 नवंबर का दिन देवास विधानसभा सीट के लिए रिजर्व है। 18 को रतलाम में मुख्यमंत्री का रोड शो भी आयोजित होगा।

छोड़ी शाह की अगवानी
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 14 नवंबर को चित्रकूट प्रवास पर रहेंगे, उनकी अगवानी के लिए भी मुख्यमंत्री चौहान नहीं जा पाएंगे। मुख्यमंत्री ने झाबुआ चुनाव की चुनौती बताते हुए अध्यक्ष से इसकी पूर्व अनुमति ले ली है। बीजेपी प्रभारी डॉ विनय सहस्रबुद्धे एवं संगठन महामंत्री अरविंद मेनन शाह का स्वागत करने चित्रकूट में मौजूद रहेंगे।

चार गुना ताकत झोंकी!
खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद पार्टी ने क्षेत्र में पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव खर्चे का बजट भी चार गुना बढ़ा दिया। झाबुआ और आलीराजपुर में पार्टी को ज्यादा खुटका है इसलिए यहां आदिवासी वोटरों को रिझाने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा गया है।

हर मंडल में विधायक!
बीजेपी ने मतदान केंद्र, मंडल, जिला एवं विधानसभा क्षेत्रवार वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का ड्यूटी चार्ट बनाया है। हर मंडल में एक विधायक और विधानसभा स्तर पर मंत्री को भी निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है। सत्ता-संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने जवाबदारी संभाल ली है। इंदौर के संभागीय संगठन मंत्री शैलेंद्र बरुआ, अनेक संगठन मंत्रियों एवं विधायक रमेश मेंदोला को कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय व चुनावी प्रबंधन का दायित्व सौंपा है। पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है।

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